Edited By Seema Sharma,Updated: 01 Jan, 2021 04:03 PM
भारत और पाकिस्तान ने शुक्रवार को अपने-अपने परमाणु संस्थानों की सूची एक-दूसरे को सौंपी। दोनों देशों के बीच एक द्विपक्षीय समझौते के तहत हर साल ऐसा किया जाता है। इसका उद्देश्य उन्हें एक-दूसरे के परमाणु संस्थानों पर हमले करने से रोकना है। पाक विदेश...
नेशनल डेस्क: भारत और पाकिस्तान ने शुक्रवार को अपने-अपने परमाणु संस्थानों की सूची एक-दूसरे को सौंपी। दोनों देशों के बीच एक द्विपक्षीय समझौते के तहत हर साल ऐसा किया जाता है। इसका उद्देश्य उन्हें एक-दूसरे के परमाणु संस्थानों पर हमले करने से रोकना है। पाक विदेश कार्यालय ने यहां एक बयान जारी कर कहा कि इस सूची का आदान-प्रदान भारत और पाकिस्तान के बीच ‘परमाणु प्रतिष्ठान एवं संस्थानों पर हमलों के निषेध पर समझौते' की धारा-2 के मुताबिक किया गया है। इस समझौते पर 31 दिसंबर 1988 को हस्ताक्षर किए गए थे।
बयान में कहा गया कि पाकिस्तान के परमाणु प्रतिष्ठानों और संस्थानों से संबंधित सूची विदेश मंत्रालय में भारतीय उच्चायोग के एक प्रतिनिधि को आज सुबह 11 बजे आधिकारिक तौर पर सौंपी गई। बयान में कहा गया कि नई दिल्ली में भारतीय विदेश मंत्रालय ने भारत के परमाणु प्रतिष्ठानों और संस्थानों से संबंधित सूची पाकिस्तान उच्चायोग के एक प्रतिनिधि को पूर्वाह्न 11 बज कर 30 मिनट पर सौंपी। इस समझौते में यह प्रावधान है कि दोनों देश हर साल 1 जनवरी को अपने-अपने परमाणु प्रतिष्ठानों और संस्थानों के बारे में एक दूसरे को जानकारी देंगे। भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूद तनाव के बावजूद दोनों देशों ने एक दूसरे को यह जानकारी मुहैया कराई है।