Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Mar, 2018 06:54 PM
जर्मनी में आयोजित अंतरराष्ट्रीय पर्यटन महोत्सव में भारत को पहला पुरस्कार मिला है। इससे विश्व में पर्यटन के क्षेत्र में भारत की विशिष्ट पहचान बनी है। यह जानकारी केंद्रीय पर्यटन मंत्री के जे अलफांसो ने दी। उन्होंने बताया कि जर्मनी के बर्लिन शहर में...
नई दिल्ली: जर्मनी में आयोजित अंतरराष्ट्रीय पर्यटन महोत्सव में भारत को पहला पुरस्कार मिला है। इससे विश्व में पर्यटन के क्षेत्र में भारत की विशिष्ट पहचान बनी है। यह जानकारी केंद्रीय पर्यटन मंत्री के जे अलफांसो ने दी। उन्होंने बताया कि जर्मनी के बर्लिन शहर में पिछले सप्ताह हुए इस अंतरराष्ट्रीय महोत्सव में भारत के पैवेलियन को सर्वश्रेष्ठ पैवेलियन का पुरस्कार मिला।
उन्होंने कहा कि वह इस महोत्सव में खुद मौजूद थे और उन्होंने खुद यह पुरस्कार ग्रहण भी किया। इस महोत्सव में करीब 100 देशों ने भाग लिया था। यह पहला मौका है कि भारत को इस तरह का अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। यह महोत्सव दुनिया के सबसे बड़े पर्यटन महोत्सव के रूप में जाना जाता है।
योग को लेकर विश्व में लोगों की दिलचस्पी
उन्होंने बताया कि महोत्सव में भारत के योगा के बारे में 60 सेकेण्ड का एक विज्ञापन भी दिखाया गया और उसे इंटरनेट पर डाला गया तो चार दिन के भीतर 70 लाख हिट्स मिले हैं। इससे पता चलता है कि योग को लेकर विश्व में लोगों की कितनी दिलचस्पी है। अलफांसो ने कहा कि विश्व में पर्यटन के विकास की गति की औसत दर 4.9 प्रतिशत, जबकि भारत 15.1 प्रतिशत की गति से पर्यटन के क्षेत्र में विकास कर रहा है।
हर साल एक करोड़ दो लाख विदेशी पर्यटक आते हैं भारत
उन्होंने यह भी बताया कि अब भारत में हर साल एक करोड़ दो लाख विदेशी पर्यटक हर साल भारत आ रहे हैं और यह पहला मौका है जब विदेशी पर्यटकों का आंकड़ा एक करोड़ के पार पहुंच गया है। उन्होंने यह भी बताया कि अभी फ्रांस में सर्वाधिक आठ करोड़ 50 लाख विदेशी पर्यटक आ रहे हैं और अमरीका में यह संया सात करोड़ 50 लाख है। एक प्रश्न के जवाब में केंद्रीय पर्यटन मंत्री ने कहा कि सरकार पर्यटन क्षेत्र को विकसित करने के लिए जल्द ही एक नई पर्यटन नीति बना रही है।
उन्होंने कहा कि पर्यटन नीति का प्रारूप अंतिम चरण में है और जल्दी इसे मंत्रिमंडल के सामने पेश किया जाना है। केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि देश के कई राज्य पर्यटन के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और तमिलनाडु पहले स्थान पर है, जबकि महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर और उत्तर प्रदेश तीसरे स्थान पर है। केरल कभी पर्यटन के क्षेत्र में काफी तेजी से विकास कर रहा था, लेकिन अब वह पीछे की तरफ जा रहा है।