Edited By Tanuja,Updated: 21 Jan, 2021 03:50 PM
भारत की कोरोना वैक्सीन डिप्लोमेसी क्षेत्रीय कूटनीति में एक बड़ा गेम चेंजर बन सकती है। पाकिस्तान और चीन को छोड़ कर भारत दुनिया के...
इंटरनेशनल डेस्कः भारत की कोरोना वैक्सीन डिप्लोमेसी क्षेत्रीय कूटनीति में एक बड़ा गेम चेंजर बन सकती है। पाकिस्तान और चीन को छोड़ कर भारत दुनिया के कई देशों को वैक्सीन की आपूर्ति कर रहा है। भारत की ओर से भूटान और मालदीव के बाद अब बांग्लादेश और नेपाल में वैक्सीन की खेप भेजी जा रही है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से कोविशिल्ड की खेप सुबह-सुबह ढाका के लिए रवाना हुई। इससे पहले भारत ने बुधवार को ही कोविशील्ड की 1.50 लाख डोज भूटान और एक लाख डोज मालदीव भेजी थी।
वहीं, आज बांग्लादेश को कोविशील्ड की 20 लाख डोज और नेपाल को 10 लाख डोज भेजी गई। इसके बाद जल्द ही श्रीलंका, मॉरीशस और अफगानिस्तान को भी वैक्सीन की सप्लाई की जाएगी।उधर, मालदीव ने बुधवार को कोविल्ड वैक्सीन की एक लाख खुराक की खेप प्रदान करने के लिए भारत को धन्यवाद दिया। मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलीह ने ट्विटर पर ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत को उपहार के लिए धन्यवाद दिया । ”उन्होंने ट्वीट किया पीएम @narendramodi, सरकार और भारत के लोगों को इस सबसे उदार उपहार के लिए हमारा हार्दिक धन्यवाद।
गौरतलब है कि भारत की ओर से गिफ्ट के तौर पर कोरोना वैक्सीन की 20 लाख डोज बांग्लादेश भेजी गई है और बांग्लादेश ने आधिकारिक तौर पर भारत से ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के 30 लाख डोज खरीदे हैं। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की तरफ से बांग्लादेश को यह वैक्सीन दी जानी हैय़ खरीदे गए वैक्सीन की पहली खेप 25 जनवरी तक बांग्लादेश पहुंचने वाली है।
सूत्रों का कहना है कि कोरोना वैक्सीन के वितरण में भारत सरकार बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, श्रीलंका और अफगानिस्तान जैसे पड़ोसी देशों को पहले दे रहा है। भारत वैक्सीन के उत्पादन और आपूर्ति के लिए पूरी तरह तैयार है।ब्राजील, मोरक्को, सऊदी अरब, म्यांमार, बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों ने भारत से वैक्सीन की आधिकारिक तौर पर मांग की है।