Edited By shukdev,Updated: 21 May, 2019 08:22 PM
भारत में जर्मनी के नए राजदूत वाल्टर जे लिंडनर का कहना है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को स्थाई सीट मिलनी चाहिए क्योंकि उसकी कमी संयुक्त राष्ट्र प्रणाली की विश्वसनीयता को चोट पहुंचाती है। लिंडनर ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को मंगलवार...
नई दिल्ली: भारत में जर्मनी के नए राजदूत वाल्टर जे लिंडनर का कहना है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को स्थाई सीट मिलनी चाहिए क्योंकि उसकी कमी संयुक्त राष्ट्र प्रणाली की विश्वसनीयता को चोट पहुंचाती है। लिंडनर ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को मंगलवार को हिंदी में अपना परिचय पत्र पेश किया। इसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए लिंडनर ने कहा कि जी4 समूह (भारत, जर्मनी, जापान और ब्राजील) संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थाई सदस्यता के लिए दावा करता है।
उन्होंने कहा, ‘ भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थाई सीट मिलनी चाहिए। 1.4 अरब लोगों वाले देश भारत को अभी तक इसका स्थाई सदस्य नहीं है, यह अभी तक नहीं हुआ है। यह ऐसा ही नहीं रह सकता क्योंकि इससे संयुक्त राष्ट्र प्रणाली की विश्वसनीयता को चोट पहुंचाती है।' चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका अभी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थाई सदस्य है।
जर्मनी के राजदूत ने साथ ही कहा कि उनके देश ने जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र आतंकवादियों की वैश्विक सूची में शामिल कराने में काफी मदद भी की थी। मोदी सरकार के दोबारा आने पर उसके साथ काम करने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह काल्पनिक प्रश्नों का उत्तर नहीं देंगे और चुनाव के नतीजों का इंतजार करेंगे।