Edited By Monika Jamwal,Updated: 23 Oct, 2020 12:46 PM
जम्मू-कश्मीर यूनिटी फाउंडेशन (जेकेयूएफ) ने मांग की कि भारत सरकार को वर्ष 1947 में जम्मू-कश्मीर के लोगों के खिलाफ पाकिस्तान द्वारा किए गए अत्याचार की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़ी निंदा सुनिश्चित करने के लिये अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) का दरवाजा...
जम्मू: जम्मू-कश्मीर यूनिटी फाउंडेशन (जेकेयूएफ) ने मांग की कि भारत सरकार को वर्ष 1947 में जम्मू-कश्मीर के लोगों के खिलाफ पाकिस्तान द्वारा किए गए अत्याचार की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़ी निंदा सुनिश्चित करने के लिये अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) का दरवाजा खटखटाना चाहिए। गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) 22अक्टूबर को 'काला दिवस' के रूप में मनाता है क्योंकि इसी दिन पाकिस्तानी सेना ने कश्मीर पर कब्जा करने के मकसद से हमला किया था। संगठन ने इस दिवस पर एक वेबिनार का आयोजन किया, जिसे पूर्व कमांडिंग अधिकारी मेजर जनरल गोवर्धन सिंह जमवाल, पनून कश्मीर के अध्यक्ष डॉ अजय चुरंगु समेत अन्य कई हस्तियों ने संबोधित किया।
इस दौरान, जोर देकर कहा गया कि पाकिस्तानी सेना ने 1947 में जिहाद का नारा देकर आदिवासियों को कश्मीर पर हमले के लिए उकसाया था। जेकेयूएफ के अध्यक्ष अजात जामवाल ने संवाददाताओं से कहा, ' यह एक तथ्य है कि इस दिन को अब आधिकारिक रूप से काला दिवस के तौर पर मनाया जा रहा है और विभिन्न सामाजिक संगठन, एनजीओ के साथ ही सरकारी संस्थान भी इसे काला दिवस के रूप में मना रहे हैं।'