Edited By shukdev,Updated: 12 Sep, 2019 05:03 AM
भारत ने आज आंध्र प्रदेश के करनूल में फायरिंग रेंज से मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल सिस्टम का सफल परीक्षण किया। यह मिसाइल प्रणाली का तीसरा सफल परीक्षण है, जिसे भारतीय सेना की तीसरी पीढ़ी के एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल की...
नई दिल्ली: भारत ने आज आंध्र प्रदेश के करनूल में फायरिंग रेंज से मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल सिस्टम का सफल परीक्षण किया। यह मिसाइल प्रणाली का तीसरा सफल परीक्षण है, जिसे भारतीय सेना की तीसरी पीढ़ी के एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल की आवश्यकता के लिए विकसित किया जा रहा है।
परीक्षण के दौरान मिसाइल को एक ट्राइपॉड से फायर किया गया और इसके निशाने पर एक टैंक था। मिसाइल ने टॉप अटैक मोड में लक्ष्य को निशाना बनाया और पूरी तरह से नष्ट कर दिया। डीआरडीओ की ओर से तैयार किया गया यह स्वदेशी पोर्टेबल एंटी गाइडेड मिसाइल कई उन्नत सुविधाओं से लैस है। यह करीब ढाई किलोमीटर दूर अपने निशाने को तहस-नहस करने में सक्षम है। डीआरडीओ ने जानकारी दी है कि कि यह मिसाइल अचूक निशाना साधती है और दुश्मन के टैंक का पीछा करते हुए उसे तबाह कर देती है।
यह मिसाइल वजन में इतनी हल्की है कि इसे इधर उधर आसानी से ले जाकर उपयोग में ले सकते हैं। इसे किसी ऊंची पहाड़ी पर या दूसरी किसी जगह पर आसानी से ले जाया जा सकता है। इसकी खासियत है कि यह दिन और रात दोनों समय दुश्मन पर वार कर सकती है। उम्मीद की जा रही है कि 2021 तक इस मिसाइल का बड़े पैमाने पर निर्माण किया जाएगा। माना जा रहा है कि आमने-सामने की लड़ाई में मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (MPATGM) काफी कारगर साबित हो सकता है।