Edited By Yaspal,Updated: 09 May, 2019 08:22 AM
बालाकोट एयर स्ट्राइक में अपनी क्षमता का लोहा मनवा चुका भारत, स्पाइस 2000 बम के एडवांस वर्जन को खरीदने की तैयारी कर रहा है। यह बम किसी भी प्रकार की बिल्डिंग और बंकर को तबाह करने में सक्षम है। अपने लक्ष्य को सटीकता के साथ...
नई दिल्लीः बालाकोट एयर स्ट्राइक में अपनी क्षमता का लोहा मनवा चुका भारत, स्पाइस 2000 बम के एडवांस वर्जन को खरीदने की तैयारी कर रहा है। यह बम किसी भी प्रकार की बिल्डिंग और बंकर को तबाह करने में सक्षम है। अपने लक्ष्य को सटीकता के साथ साधने में माहिर यह बम भारतीय वायुसेना के रीढ़ की हड्डी है।
सूत्रों के मुताबिक, वायुसेना स्पाइस 2000 बम का एडवांस वर्जन खरीदने पर विचार कर रही है. स्पाइस बम 2000 बंकरों को आसानी से नष्ट कर सकता है। जिन बमों को खरीदने की योजना बनाई जा रही है वह वॉरहेड का इस्तेमाल कर आसानी से बिल्डिंग को नष्ट कर सकता है, जबकि इससे पहले वाले संस्करण इमारतों के अंदर घुसने और फिर फटने में सक्षम था।
जानिए क्या हैं खासियत
दुश्मन से हवाई संघर्ष से निपटने के लिए भारतीय वायुसेना अपने सुखोई 30 फाइटर जेट में भी स्पाइस 2000 बम का इस्तेमाल करने पर विचार कर रही है। पाकिस्तान में एक मीटर तक की सटीकता के साथ बमों ने लक्ष्य को मारा था। सरकार सूत्रों ने दावा किया था कि इससे भारी मात्रा में पाकिस्तान को नुकसान हुआ था।
कुछ साल पहले भारत ने इजराइल से स्पाइस-2000 स्मार्ट बम की करीब 200 यूनिट खरीदी थी. रिपोर्ट की मानें तो सुखोई सू-30 के साथ पहले ही इन बमों का ट्रायल हो गया है। स्पाइस बम एक सटीक निर्देशित बम है जो एक जीपीएस गाइडेंस किट के साथ लगाया जाता है, जो हवा में गिरने वाले अनप्लग्ड बमों को सटीक रूप से लॉन्च करने के लिए होता है। भारतीय वायुसेना ने आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप पर छह बम गिराए थे। यह ट्रेनिंग कैंप पाकिस्तान के बालाकोट के पख्तूनवा इलाके में स्थित थे।
एक बार स्पाइस-2000 स्मार्ट बम सुखोई सू-30 जेट में फिट हो जाएंगे तो यह भारतीय वायुसेना के लिए एक अपग्रेड होगा। इसके बाद सेना आसानी से इन बमों को लॉन्च कर सकेगी। भारतीय वायुसेना ने आतंकियों के कैंप नष्ट करने के लिए इन बमों का इस्तेमाल किया था।