Edited By Seema Sharma,Updated: 11 Mar, 2021 04:22 PM
अपने पड़ोसी देशों चीन और पाकिस्तान की हर नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारत अपनी ताकत में इजाफा कर रहै। लड़ाकू विमान राफेल के बाद अब भारत ऐसे ड्रोन खरीदने जा रहा है जिसकी नजर से दुश्मन बच नहीं पाएंगे। भारत अमेरिका से ड्रोनों की खरीददारी...
नेशनल डेस्क: अपने पड़ोसी देशों चीन और पाकिस्तान की हर नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारत अपनी ताकत में इजाफा कर रहै। लड़ाकू विमान राफेल के बाद अब भारत ऐसे ड्रोन खरीदने जा रहा है जिसकी नजर से दुश्मन बच नहीं पाएंगे। भारत अमेरिका से ड्रोनों की खरीददारी करेगा। यह वहीं ड्रोन हैं जिनकी मदद से अमेरिका ने लादेन समेत कई आतंकी मारे हैं। साथ ही कई जंग भी जीती हैं। साल 2000 से अब तक पाकिस्तान, सीरिया, अफगानिस्तान समेत कई देशों में अमेरिका आतंकियों को खत्म करने के लिए इस ड्रोन का उपयोग कर चुका है।
भारत अमेरिका से जिन 30 ड्रोन को खरीदने जा रहा है, उसका नाम है-MQ-9 रीपर/प्रीडेटर बी (MQ-9 Reaper/Predator B)...यह ड्रोन इतने तेजी से हमला करता है कि अपने दुश्मन को बचने का कोई मौका नहीं देता। सूत्रों के मुताबिक भारत अगले महीने 3 बिलियन डॉलर की डील को मंजूरी देगा। इस ड्रोम के भारत आने पर सेना की ताकत में और इजाफा होगा। बता दें कि इससे पहले भारत में ड्रोन का इस्तेमाल निगरानी और गतिविधियों की जानकारी जुटाने के लिए किया जाता था लेकिन अब ड्रोन दुश्मनों पर हमला भी करेंगे। हालांकि इन ड्रोन पर डील को लेकर अभी भारत या अमेरिका की तरफ से किसी तरह की आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
इनकी खासियत
- MQ-9B Predator ड्रोन्स लगातार 48 घंटे की उड़ान भर सकते हैं। भारतीय सेना दक्षित भारतीय महासगर में चीनी युद्धपोतों पर बेहतर तरीके से निगरानी कर सकेगी।
- अपने साथ 17 किलोग्राम तक का वजन भी लेकर काम कर सकते हैं।
- ड्रोन्स को उड़ाने के लिए दो लोगों की जरूरत होती है। ये लोग रिमोट से इसे उड़ाते हैं।
- इसकी लंबाई 36 फीट एक इंच होती है, विंगस्पैन 65 फीट 7 इंच होता है। ऊंचाई 12 फीट 6 इंच होती है। यह 482 किलोमीटर प्रतिघंटा की अधिकतम गति से उड़ सकता है।
- एक बार उड़ान भरने पर यह 1900 किलोमीटर तक निगरानी कर सकता है।
- ड्रोन में अगर फुल टंकी यानि 1800 किलोग्राम ईंधन डाल दिया जाए तो यह 50 हजार फीट की ऊंचाई पर 14 घंटे लगातार उड़ सकता है, हालांकि आमतौर पर इसे 25 हजार फीट की ऊंचाई पर ही उड़ाया जाता है। इसका हनीवेल टीपीई331-10 टर्बोप्रॉप इंजन इसे 900 हॉर्सपावर की ताकत देता है।
- इसमें हवा से जमीन पर मार करने वाली 4 AGM-114 हेलफायर मिसाइल लगाई जा सकती हैं।
- इसमें दो GBU-12 Paveway 2 लेजर गाइडेड बम, एक GBU-38 ज्वाइंट डायरेक्ट अटैक म्यूनिशन भी तैनात किया जा सकता है।