Edited By Tanuja,Updated: 01 Sep, 2020 04:54 PM
चीनी मीडिया का भारत के खिलाफ जहर उगलना जारी है। चीन की सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने एक संपादकीय में कहा है कि अगर भारत...
इंटरनेशल डेस्कः चीनी मीडिया का भारत के खिलाफ जहर उगलना जारी है। चीनी सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने एक संपादकीय में कहा है कि अगर भारत उसके साथ किसी तरह की प्रतिस्पर्धा में शामिल होना चाहता है तो चीन अतीत से ज्यादा उसकी सेना को नुकसान पहुंचाने में सक्षम है। ग्लोबल टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा भारत ने अपने बयान में कहा कि उसने चीनी सेना की गतिविधि को पहले ही रोक दिया। इससे पता चलता है कि भारतीय सेना ने पहले विंध्वंसक कदम उठाया और भारतीय सैनिकों ने ही इस बार संघर्ष शुरू किया।
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है, भारत अपनी घरेलू समस्याओं से परेशान है, खासकर कोरोना वायरस के हालात से जो बिल्कुल नियंत्रण से बाहर है। रविवार को भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामले 78,000 पहुंच गए. अर्थव्यवस्था की स्थिति भी खराब है। सीमा पर उकसाने की गतिविधियों को अंजाम देकर भारत अपनी घरेलू समस्याओं से ध्यान भटकाना चाहता है। चीन दक्षिण-पश्चिम सीमाई इलाकों में रणनीतिक रूप से मजबूत है और किसी भी स्थिति के लिए तैयार है। अगर भारत शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व चाहता है तो इसका स्वागत है लेकिन अगर भारत किसी भी तरह की चुनौती देना चाहता है तो चीन के पास भारत के मुकाबले ज्यादा हथियार व क्षमता है और पीएलए भारतीय सेना को 1962 से ज्यादा नुकसान पहुंचाने से गुरेज नहीं करेगी।
बता दें कि सेना की साजिश की वजह से भारत-चीन सीमा हालात एक बार फिर तनावपूर्ण हो गए हैं। हालांकि बातचीत के जरिए दोनों देश तनाव कम करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन चीन की सरकारी मीडिया ने एक बार फिर जहर उगलना शुरू कर दिया है। फिलहाल दोनों देशों की सेनाओं के बीच चुशूल में ब्रिगेड कमांडर स्तर की वार्ता हो रही है। माना जा रहा है कि इस दौरान पैंगोंग झील के दक्षिणी तट की स्थिति से संबंधित मुद्दों पर चर्चा होगी। इससे पहले 8 अगस्त को भारत और चीन के बीच मेजर जनरल स्तर की वार्ता हुई थी।