Edited By Anil dev,Updated: 07 Jun, 2019 02:02 PM
इंडियन एयरफोर्स का एएन-32 विमान जिस समय राडार से गायब हुआ उस समय विमान को उड़ा रहे पायलट आशीष तंवर की पत्नी संध्या जोरहाट (असम) स्थित एयर ट्रैफिक कंट्रोल रूम में ही तैनात थीं। दोपहर 12.25 पर एयरफोर्स बेस से विमान अरुणाचल प्रदेश में मेचुका के लिए...
नई दिल्ली: इंडियन एयरफोर्स का एएन-32 विमान जिस समय राडार से गायब हुआ उस समय विमान को उड़ा रहे पायलट आशीष तंवर की पत्नी संध्या जोरहाट (असम) स्थित एयर ट्रैफिक कंट्रोल रूम में ही तैनात थीं। दोपहर 12.25 पर एयरफोर्स बेस से विमान अरुणाचल प्रदेश में मेचुका के लिए उड़ान भरा तथा कुछ समय बाद वह राडार से गायब हो गया।
संध्या ने फोन पर दी परिवार को जानकारी
पलवल के रहने वाले फ्लाइट लेफ्टिीनेंट आशीष के चाचा उदयवीर सिंह के अनुसार लगभग 1 बजे यह घटना हुई तथा उसके एक घंटे बाद संध्या ने फोन पर परिवार को इसके बारे में जानकारी दी। अभी तक इस लापता विमान तथा उसमें सवार लोगों के बारे में कोई सुराग तक नहीं मिल पाया है। परिवार के लोगों की उम्मीदें भी अब टूटने लगी हैं। आशीष के चाचा कहते हैं कि शुरु में हमने सोचा कि गलती से विमान हो सकता है चीन की सीमा में घुस गया हो और उसे इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी हो। लेकिन अब लगता है कि पहाड़ व जंगल के बीच कहीं विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। उदयबीर सिंह बताते हैं कि आशीष के पिता एयरफोर्स के अधिकारियों से मिलने के लिए असम गये हैं। उसकी मां घर पर ही हैं।
जोरहाट में मिली थी आशीष की पहली तैनाती
इस घटना से वे सदमे में हैं और किसी से बात तक नहीं कर पा रही हैं। आशीष के परिवार से पांच लोगों ने सेना ज्वाइन किया जिसमें से तीन चाचा रिटायर हो चुके हैं। इसी माहौल के चलते वह बचपन से सेना में जाकर देश सेवा की बातें किया करता था। उदयवीर आशीष के बचपन की घटना बताते हैं कि एक बार जब उससे पूछा कि बड़ा होकर क्या बनेगा तो उसका जवाब था कि फौजी का बेटा तो फौजी ही बनता है। उसकी ज्यादातर पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय में ही हुई। बीटेक करने के बाद पहली नौकरी उसने गुडग़ांव स्थित एक मल्टी नेशनल कंपनी में की। कुछ ही महीने में उसे एयरफोर्स में नौकरी मिल गई। मई 2015 में एयरफोर्स की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद आशीष की पहली तैनाती जोरहाट में मिली थी। तब से वह वहीं पर तैनात था।
ग्रामीणों ने धुआं दिखने का दावा किया
ईटानगर: अरुणाचल प्रदेश के एक गांव में रहने वाले ग्रामीणों ने दावा किया है कि उन्होंने सोमवार को एक पर्वत से घना काला धुआं निकलते देखा था। ग्रामीणों के इस दावे के बाद अधिकारी जांच में जुट गए हैं। इस बीच मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने सियांग, पश्चिम सियांग, लोअर सियांग तथा शि-योमी जिलों के उपायुक्तों से मुलाकात की और उन्हें तलाश अभियान तेज करने के निर्देश दिए। विमान के रास्ते में आने वाली सभी पर्वत श्रृंखलाओं पर तलाश के लिए तीन टीमें गठित की गई हैं। पुलिस महानिदेशक एस.बी.के. सिंह ने सीएमओ को सूचित किया कि तुम्बिन गांव के तीन लोगों ने बताया है कि उन्होंने सोमवार दोपहर सियांग जिले के मोलो गांव की तरफ एक पर्वत से घना काला धुआं निकलते देखा था। ‘बायर आदि’ दल ने कल तलाश की थी लेकिन उन्हें कुछ पता नहीं लग पाया।