भारतीय वायुसेना ने जर्मनी से एयरलिफ्ट किए 4 ऑक्सीजन कंटेनर , US ने भी भेजी125,000 रेमडेसिविर

Edited By vasudha,Updated: 03 May, 2021 07:53 AM

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अमेरिका ने कोरोना वायरस महामारी की विनाशकारी दूसरी लहर के खिलाफ भारत की लड़ाई में सहयोग देने के लिए  125,000  एंटीवायरल ड्रग रेमडेसिविर को भारत भेजा है। वहीं दूसरी तरफ भारतीय वायुसेना के सी-17 एयरक्राफ्ट ने 4 क्रायोजेनिक ऑक्सीजन टैंकर जर्मनी से...

नेशनल डेस्क:  अमेरिका ने कोरोना वायरस महामारी की विनाशकारी दूसरी लहर के खिलाफ भारत की लड़ाई में सहयोग देने के लिए  125,000  एंटीवायरल ड्रग रेमडेसिविर को भारत भेजा है। वहीं दूसरी तरफ भारतीय वायुसेना के सी-17 एयरक्राफ्ट ने 4 क्रायोजेनिक ऑक्सीजन टैंकर जर्मनी से एयरलिफ्ट कर हिंडन एयरबेस पर पहुंचाया।  

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ब्रिटेन से 450 ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचे चेन्नई
इसके अलावा 450 ऑक्सीजन सिलेंडर भी ब्रिटेन से एयरलिफ्ट कर चेन्नई एयरबेस पर पहुंचाया गया।  भारतीय नौसेना ने विदेशों से ऑक्सीजन से भरे क्रायोजेनिक कंटेनर लाने के लिए विशेष अभियान की शुरुआत की है क्योंकि कोरोना वायरस के मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी के कारण देश में ऑक्सीजन की भारी किल्लत है

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नौसेना चला रही है ऑपरेशन समुद्र सेतु
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने बताया कि भारतीय नौसेना ने ऑपरेशन समुद्र सेतु द्वितीय की शुरुआत की है ताकि ऑक्सीजन की जरूरतों को पूरा करने के राष्ट्रीय मिशन को मजबूत किया जा सके।  पिछले वर्ष ऑपरेशन समुद्र सेतु की शुरुआत वंदे भारत मिशन के तहत की थी जिसके तहत इसने मालदीव, श्रीलंका और ईरान में फंसे 4000 भारतीयों को स्वदेश लाया था।

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अमेरिका ने बढ़ाया मदद का हाथ
वहीं अमेरिका से भारत को मिल रही मदद की बात की जाए तो दो दिन पहले बहुप्रतीक्षित सैकड़ों ऑक्सीजन सिलेंडर और रेगुलेटर समेत आपात चिकित्सा एवं राहत सामग्री की खेप लेकर दो विमान दिल्ली पहुंचे थे। चिकित्सा आपूर्ति में रेगुलेटर समेत 423 ऑक्सीजन सिलेंडर, 210 पल्स ऑक्सीमीटर, 17 बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर, 8,84,000 रेपिड जांच किट और 84,000 एन-95 मास्क शामिल था।

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