Edited By vasudha,Updated: 22 Apr, 2018 02:44 PM
सामाजिक बंदिशों को तोड़ते हुए आज महिलाएं बहुत आगे निकल रही हैंं। वह हर क्षेत्र में पुरूषों को प्रतिस्पर्धा में कड़ी टक्कर दे रही हैं। शिक्षा, रक्षा व सेवा जैसे क्षेत्रों के बाद राजनीतिक क्षेत्र में भी महिलाएं पुरूषों को पीछे छोड़ रही हैं...
नेशनल डेस्क: सामाजिक बंदिशों को तोड़ते हुए आज महिलाएं बहुत आगे निकल रही हैंं। वह हर क्षेत्र में पुरूषों को प्रतिस्पर्धा में कड़ी टक्कर दे रही हैं। शिक्षा, रक्षा व सेवा जैसे क्षेत्रों के बाद राजनीतिक क्षेत्र में भी महिलाएं पुरूषों को पीछे छोड़ रही हैं। ऐसा ही इतिहास रचने जा रही है कोलकाता की तान्या सान्याल जो एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) में शामिल होने वाली पहली महिला फायर फाइटर बन गई है। तान्या ने न स़िर्फ इतिहास रचा है बल्कि कई लड़कियों की प्रेरणा भी बनी हैं।
जल्द संभालेगी एयरपोर्ट्स का कार्यभार
तान्या ने अपनी ट्रेनिंग पूरी कर ली है और एक महीने में जॉइन कर लेंगी। वह एएआई के पूर्वी एयरपोर्ट्स का कार्यभार संभालेंगी जिनमें कोलकता, पटना, भुवनेश्वर, रायपुर, गया और रांची एयरपोर्ट्स शामिल हैं। बता दें कि विमानों को लैंड कराने के लिए एयरपोर्ट्स पर फायर सर्विस का मौजूद होना बहुत जरुरी होता है। सरकारी अथॉरिटी के पास अभी 3,310 फायर फाइटर्स है और यह सब केवल पुरूष ही थे। वहीं तान्या का कहना है कि उनके लिए यह सम्मान और गर्व की बात है। वह हमेशा से ऐसा कुछ चुनौतीपूर्ण करना चहाती थी। इस कदम के लिए हर किसी ने मेरा सहयोग किया।
एएआई में फायर फाइटर्स की कमी
एएआई के चेयरमैन गुरुप्रसाद महापात्रा ने बताया कि नए एयरपोर्ट्स के आने और विस्तार के कारण हमें फायर फाइटर्स की कमी का सामना करना पड़ रहा है। जिस कारण नियमों में बदलाव करते हुए इस क्षेत्र में महिलाओं की नियुक्ति का फैसला लिया गया। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब एक महिला इस क्षेत्र में शामिल होने जा रही है और आगे भी ऐसा होता रहेगा। पुरुष फायर फाइटर्स के लिए शारीरिक मानदंड 1.6 मीटर न्यूनतम ऊंचाई और कम से कम 50 किग्रा वजन होता है। हालांकि महिला फायरफाइटर्स के लिए न्यूनतम वजन 40 किग्रा सेट किया गया है और ऊंचाई का मानक भी घटाया गया है।