Edited By vasudha,Updated: 15 Sep, 2019 04:21 PM
भारत और अमेरिका की सेनाएं इस समय अमेरिकी सैनिक अड्डे लेविस मेकॉर्ड में साझा युद्धाभ्यास कर रही है। यह भारत और अमरिका के बीच संयुक्त रूप से चलने वाले सबसे बड़े सैन्य प्रशिक्षण और रक्षा निगम के प्रयासों में से एक है...
नेशनल डेस्क: भारत और अमेरिका की सेनाएं इस समय अमेरिकी सैनिक अड्डे लेविस मेकॉर्ड में साझा युद्धाभ्यास कर रही है। यह भारत और अमरिका के बीच संयुक्त रूप से चलने वाले सबसे बड़े सैन्य प्रशिक्षण और रक्षा निगम के प्रयासों में से एक है। युद्धाभ्यास के दौरान एक वीडियो भी सामने आई है जिसमें दोनों देशों के सैनिक एक साथ थिरकते हुए दिखाई दे रहे हैं।
वीडियो में सैनिक असम रेजिमेंट के मार्चिंग सॉन्ग ''बदलूराम का बदन जमीन के नीचे है'' पर थिरकते नजर आए। यह गाना भारतीय सेना के असम रेजिमेंट का मार्चिंग सॉन्ग है। दरअसल यह गाना द्वितीय विश्व युद्ध के समय जापानी सेना के साथ संघर्ष करते शहीद हुए राइफलमैन बदलूराम को समर्पित है। हालांकि बदलूराम ने शहीद होने के बाद भी बाद भी कई सैनिकों की जान बचाकर मिसाल कायम की। क्योंकि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापानी सेना ने भारतीय जवानों की सप्लाइ काट दी। ऐसे में भारतीय बटैलियन ने बदलूराम के नाम से आए अतिरिक्त राशन से काम चलाया।
इसी घटना पर एक सैन्य अधिकारी ने गीत लिख दिया और असम रेजिमेंट पिछले 70 साल से यह गीत गा रही है। असम रेजिमेंट के शिलांग स्थित केंद्र में कसम परेड के बाद नए रंगरूट 'बदलूराम का बदन जमीन के नीचे रहता है' गाना गाते हैं और डांस करते हैं। इस गीत के बोल अमेरिका के मार्चिंग सॉन्ग 'जॉन ब्राउन बॉडी' पर आधारित हैं।