Edited By Ravi Pratap Singh,Updated: 14 Sep, 2019 03:06 PM
प्रधानमंत्री मोदी की मेक इन इंडिया योजना ने रंग लाना शुरू कर दिया है। बेंगलुरु की एक भारतीय कंपनी ने स्वदेशी तकनीक से दो स्नाइपर राइफल्स तैयार की हैं। फिलहाल इनका प्रोटोटाइप बनकर तैयार हो चुका है। इन्हें एसएसएस डिफेंस नाम की भारतीय कंपनी ने तैयार...
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री मोदी की मेक इन इंडिया योजना ने रंग लाना शुरू कर दिया है। बेंगलुरु की एक भारतीय कंपनी ने स्वदेशी तकनीक से दो स्नाइपर राइफल्स तैयार की हैं। फिलहाल इनका प्रोटोटाइप बनकर तैयार हो चुका है। इन्हें एसएसएस डिफेंस नाम की भारतीय कंपनी ने तैयार किया है। एसएसएस डिफेंस की फैक्ट्री बेंगलुरु से 28 किलोमीटर दूर जिगानी में है।
जल्द स्पेशल फोर्स दोनों बंदूकों का ट्रायल लेंगी। सबकुछ सही रहा तो कंपनी इन्हें एक्सपोर्ट करने पर भी विचार कर सकती है। कंपनी के सीईओ विवेक कृष्णन ने दोनों राइफल्स के बारे में दावा किया कि वे पहले ऐसे हैं जिन्होंने स्वदेशी रूप से स्नाइपर राइफल्स का डिजाइन तैयार किया और उन्हें बनाया। बता दें कि प्राइवेट कंपनियों के लिए रक्षा क्षेत्र के रास्ते मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में ही खोले गए थे
सेना को लंबे वक्त से है स्नाइपर राइफल्स का इंतजार
सेना लंबे समय से स्नाइपर राइफल खरीदना चाहती है। इसके लिए 20 कंपनियों ने टेंडर भरा था। लेकिन कोई भी कंपनी गोलियों को सौदे में शामिल नहीं थीं। इसलिए यह सौधा घटाई में डल गया।
क्या खूबियां हैं दोनों स्नाइपर राइफल्स में
दोनों राइफल्स का नाम वाइपर और साबेर है। इसमें वाइपर में .308/7.62x51एमएम की कार्टेज और साबेर में .338 की कार्टेज लगती है। इसमें वाइपर की रेंज 1 हजार मीटर, वहीं साबेर की रेंज 1500 मीटर है।