Edited By Seema Sharma,Updated: 14 Apr, 2021 02:34 PM
श्रीलंका और भारत के बीच करीबी समुद्री और सुरक्षा सहयोग विकसित करने के प्रयासों के तहत भारतीय नौसेना का जहाज INS रणविजय तीन दिवसीय सद्भावना यात्रा पर बुधवार को श्रीलंका पहुंचा। भारतीय उच्चायोग ने कहा कि भारतीय नौसेना का जहाज सिंहला और तमिल नववर्ष...
नेशनल डेस्क: श्रीलंका और भारत के बीच करीबी समुद्री और सुरक्षा सहयोग विकसित करने के प्रयासों के तहत भारतीय नौसेना का जहाज INS रणविजय तीन दिवसीय सद्भावना यात्रा पर बुधवार को श्रीलंका पहुंचा। भारतीय उच्चायोग ने कहा कि भारतीय नौसेना का जहाज सिंहला और तमिल नववर्ष 'अवुरुदु' के शुभ अवसर पर श्रीलंका के लोगों के लिए एकजुटता और सद्भाव का संदेश लेकर कोलंबो आया है। उच्चायोग ने कहा, कि भारत और श्रीलंका रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में पारंपरिक रूप से एक-दूसरे का सहयोग करते रहे हैं। इनकी नौसेनाएं प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण में पारस्परिक रूप से लाभप्रद सहयोग का आदान प्रदान करती रही हैं।
इस जहाज की यात्रा दोनों मित्र और करीबी पड़ोसी देशों के बीच नजदीकी समुद्री तथा सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक और कदम है। बयान के अनुसार INS रणवजिय पनडुब्बी भेदी युद्धपोत है, जो निर्देशित मिसाइल विनाशक ले जाने में सक्षम है। 'कोलंबो गजट' की खबर के अनुसार जहाज की कमान कैप्टन नायरायण हरिहरन के हाथों में है। वह गुरुवार को पश्चिमी नौसेना क्षेत्र के क्षेत्रीय कमांडर रियर एडमिरल डब्ल्यूडीईएम सुरदर्शन से मुलाकात करेंगे और भारतीय शांतिरक्षक स्मारक जाएंगे। भारत-श्रीलंका समझौते के तहत आईपीकेएफ ने 1987 से 1990 के बीच श्रीलंका के युद्धग्रस्त उत्तरी और पूर्वी क्षेत्रों में सेवाएं दी थीं।