Edited By Seema Sharma,Updated: 18 May, 2022 02:21 PM
भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने बुधवार को एक ‘‘सीकिंग हेलीकॉप्टर'''' (Seeking Helicopter) से स्वदेश विकसित पहली नौसैनिक पोत रोधी मिसाइल (anti-ship missile) का पहला सफल परीक्षण किया।
नेशनल डेस्क: भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने बुधवार को एक ‘‘सीकिंग हेलीकॉप्टर'' (Seeking Helicopter) से स्वदेश विकसित पहली नौसैनिक पोत रोधी मिसाइल (anti-ship missile) का पहला सफल परीक्षण किया। परीक्षण ओडिशा के बालासोर में एकीकृत परीक्षण रेंज (ITR) में किया गया। नौसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह परीक्षण विशिष्ट मिसाइल प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता हासिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह भारतीय नौसेना का स्वदेशीकरण करने की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। भारतीय नौसेना ने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के सहयोग से यह परीक्षण किया।
ट्विटर पर भारतीय नौसेना ने सीकिंग 42बी हेलीकॉप्टर का मिसाइल दागते वक्त का एक संक्षिप्त वीडियो जारी किया। भारतीय नौसेना और अंडमान और निकोबार कमान द्वारा संयुक्त रूप से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (BrahMos supersonic cruise missile) के जहाज रोधी संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किए जाने के एक महीने बाद नई मिसाइल का परीक्षण किया गया। भारतीय नौसेना विशेष रूप से हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के समुद्री सुरक्षा हितों की प्रभावी रूप से रक्षा करने के लिए अपनी समग्र युद्धक क्षमता में लगातार वृद्धि कर रही है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को भारतीय नौसेना के दो अग्रिम पंक्ति के युद्धपोतों का शुभारंभ किया था। युद्धपोत ‘INS सूरत' और युद्धपोत ‘INS उदयगिरी' को मुंबई में मझगांव डाक लिमिटेड (MDL) में लॉन्च किया गया था। आईएनस सूरत पी15बी क्लास का चौथा गाइडेड-मिसाइल से लैस विध्वंसक पोत है, जबकि आईएनस उदयगिरी पी17ए श्रेणी का दूसरा स्टील्थ फ्रिगेट है।