Edited By Tanuja,Updated: 04 Sep, 2024 06:55 PM
भारत ने पेरिस में हो रहे पैरालंपिक खेलों में अपना सबसे बड़ा दल भेजा है, जिसमें 84 एथलीट शामिल हैं। इनमें से 32 महिलाएं हैं। सरकार ने पैरालंपिक दल...
Paris: भारत ने पेरिस में हो रहे पैरालंपिक खेलों में अपना सबसे बड़ा दल भेजा है, जिसमें 84 एथलीट शामिल हैं। इनमें से 32 महिलाएं हैं। सरकार ने पैरालंपिक दल को ओलंपिक दल की तरह ही समर्थन दिया है, जिससे खिलाड़ियों को बेहतरीन प्रशिक्षण और विदेशी एक्सपोज़र मिला है। इसके अलावा इस बार भारतीय पैरालंपिक दल ने अब तक 15 पदक जीते हैं और उम्मीद है कि ये संख्या और बढ़ेगी। यह तीसरी बार है जब भारतीय पैरालंपिक दल ने ओलंपिक दल से बेहतर प्रदर्शन किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पैरालंपिक दल की यात्रा को देश के लिए उतना ही महत्वपूर्ण बताया जितना ओलंपिक दल की यात्रा थी। उन्होंने हर पैरालंपिक पदक विजेता को व्यक्तिगत रूप से बधाई भी दी है।
सरकार ने पैरालंपिक खिलाड़ियों के प्रशिक्षण, उपकरण और विदेशी एक्सपोज़र के लिए हर संभव सहायता प्रदान की है। भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के सहयोग से इन एथलीटों को प्रशिक्षण के लिए उत्कृष्ट सुविधाएं दी गई हैं। सरकार ने पेरिस पैरालंपिक खेलों के लिए लगभग 22 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। पेरिस में, पहली बार पैरालंपिक खिलाड़ियों के लिए एक समर्पित रिकवरी सेंटर बनाया गया है, जिसमें खेल विज्ञान उपकरण और विशेष आहार शामिल हैं। पैरालंपिक में भाग लेने वाले एथलीटों में से 50 प्रतिशत पहली बार खेलों में भाग ले रहे हैं। भारत ने इस बार पहली बार ब्लाइंड जूडो, साइक्लिंग और रोइंग जैसे खेलों में भी भाग लिया है।
पेरिस पैरालंपिक में, अवनि लेखरा ने लगातार दूसरी बार एयर राइफल इवेंट में स्वर्ण पदक जीता है। इसके अलावा, शीताल देवी और राकेश कुमार ने मिश्रित टीम कम्पाउंड ओपन आर्चरी में कांस्य पदक जीता। सुहास यथिराज ने पुरुषों की सिंगल्स SL4 बैडमिंटन इवेंट में रजत पदक जीता, जबकि तुलसीमति ने महिलाओं की बैडमिंटन SU5 इवेंट में रजत पदक जीता। मनिशा रामदास ने भी महिलाओं की बैडमिंटन SU5 इवेंट में कांस्य पदक जीता। अन्य एथलीटों ने भी विभिन्न इवेंट्स में पदक हासिल किए हैं।