Edited By Riya bawa,Updated: 06 Apr, 2020 03:49 PM
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच भारतीय रेलवे ने बेहद सस्ता वेंटिलेटर तैयार किया है, जो...
नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच भारतीय रेलवे ने बेहद सस्ता वेंटिलेटर तैयार किया है, जो हजारों लोगों की जान बचाने में उपयोगी हो सकता है। इस सस्ते वेंटिलेटर को ‘जीवन' नाम दिया गया है और इसे कपूरथला रेल डिब्बा कारखाना ने विकसित किया है।
मंज़ूरी का है इंतज़ार
इस वेंटिलेटर का अभी इस्तेमाल नहीं किया जा सकता, क्योंकि आईसीएमआर से इसे मंजूरी मिलने की प्रतीक्षा की जा रही है। ब्रूकिंग्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में जीवनरक्षक वेंटिलेटर की भारी कमी है कई निजी कंपनियां भी अपने स्तर से वेंटिलेटर के विकास में लगी हैं। देश में अबतक कोरोना के मरीजों की संख्या 4067 हो चुकी है। वहीं मरने वालों का आंकड़ा 109 तक पहुंच गया है।
100 वेंटिलेटर के संसाधन है मौजूद
अभी देश में उपलब्ध वेंटिलेटर की अधिकतम संख्या 57 हजार है। हालांकि यदि संक्रमण फैलता रहा तो खराब स्थिति में देश में 15 मई तक 1.10 लाख से 2.20 लाख वेंटिलेटर तक की जरूरत पड़ सकती है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अभी उपलब्ध वेंटिलेटर की कीमत पांच लाख से 15 लाख रुपये है।रेलवे कोच फैक्ट्री (आरसीएफ) के महाप्रबंधक रविंदर गुप्ता ने बताया, ‘जीवन वेंटिलेटर की कीमत बिना कंप्रेसर के करीब दस हजार रुपये होगी। एक बार हमें आईसीएमआर की मंजूरी मिल जाए तो हमारे पास रोजाना 100 वेंटिलेटर बनाने के संसाधन मौजूद हैं'।