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Donald Trump की टीम में भारतवंशियों का बढ़ा प्रभाव, चंडीगढ़ की Harmeet Dhillon को मिली बड़ी जिम्मेदारी

Edited By Mahima,Updated: 10 Dec, 2024 08:54 AM

influence of indian origin people increased in donald trump s team

डोनाल्ड ट्रंप ने चंडीगढ़ में जन्मी भारतीय-अमेरिकी हरमीत के. ढिल्लों को अमेरिकी न्याय विभाग में सहायक अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया है। हरमीत नागरिक अधिकारों और संविधान की रक्षा में अग्रणी रही हैं। ट्रंप की टीम में अन्य भारतवंशियों जैसे विवेक रामास्वामी,...

नेशनल डेस्क: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन में भारतवंशियों की भागीदारी लगातार बढ़ती जा रही है, और इस बार एक और भारतीय-अमेरिकी ने एक महत्वपूर्ण सरकारी पद पर अपनी जगह बनाई है। ट्रंप ने चंडीगढ़ में जन्मी हरमीत के. ढिल्लों को अमेरिकी न्याय विभाग में सहायक अटॉर्नी जनरल (Assistant Attorney General) के रूप में नियुक्त किया है। यह नियुक्ति अमेरिकी न्याय व्यवस्था में भारतवंशियों की प्रभावशाली उपस्थिति को और मजबूत करती है। ट्रंप ने खुद इस नियुक्ति की घोषणा की और हरमीत की कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता की सराहना की।

हरमीत ढिल्लों का व्यक्तिगत और पेशेवर परिचय  
हरमीत ढिल्लों का जन्म चंडीगढ़ में हुआ था, लेकिन उनके माता-पिता जब वह छोटी थीं, तब अमेरिका चले गए थे। अमेरिका के विभिन्न प्रमुख विश्वविद्यालयों में शिक्षा प्राप्त करने के बाद, हरमीत ने वकील के रूप में अपनी पहचान बनाई। उन्होंने डार्टमाउथ कॉलेज से स्नातक की डिग्री प्राप्त की और इसके बाद वर्जीनिया विश्वविद्यालय लॉ स्कूल से कानून की डिग्री हासिल की। उनके पास नागरिक अधिकारों, चुनाव कानूनों, और न्यायिक प्रक्रियाओं में गहरी समझ और अनुभव है। हरमीत ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण मामलों में भाग लिया है, जिसमें नागरिक स्वतंत्रताओं की रक्षा, चुनावों की निष्पक्षता, और सिख समुदाय की आवाज़ को उठाना शामिल है। 2016 में, वह रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन के मंच पर बोलने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी बनीं, जिससे उनकी राष्ट्रीय पहचान और राजनीति में योगदान को और भी अधिक सार्वजनिक पहचान मिली।  

ट्रंप की टीम में हरमीत की भूमिका
हरमीत के ढिल्लों की नियुक्ति के बाद, ट्रंप ने उन्हें अमेरिकी न्याय विभाग में सहायक अटॉर्नी जनरल के रूप में नागरिक अधिकारों की रक्षा करने का कार्य सौंपा है। ट्रंप ने कहा, "हरमीत ढिल्लों एक सम्मानित और सक्षम वकील हैं, जिन्होंने हमेशा नागरिक स्वतंत्रताओं और संविधान के अधिकारों की रक्षा की है। उनके नेतृत्व में, न्याय विभाग नागरिक अधिकारों, चुनाव कानूनों और संविधान की रक्षा के लिए अपनी जिम्मेदारियों को निष्पक्षता और दृढ़ता से निभाएगा।" हरमीत की नियुक्ति से यह स्पष्ट है कि ट्रंप का प्रशासन भारतीय-अमेरिकी समुदाय की विशेषज्ञता और नेतृत्व को महत्व दे रहा है। हरमीत सिख समुदाय की एक प्रमुख सदस्य भी हैं, और उनके समुदाय के प्रति प्रतिबद्धता और कार्यों ने उन्हें न्यायिक मामलों में एक सशक्त और प्रभावशाली नेता बना दिया है।  

भारतवंशियों की बढ़ती भागीदारी: ट्रंप प्रशासन में अन्य नियुक्तियां
हरमीत के अलावा, ट्रंप ने अपनी टीम में कई और भारतीय मूल के व्यक्तियों को प्रमुख पदों पर नियुक्त किया है, जो अमेरिकी राजनीति और प्रशासन में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है।  

विवेक रामास्वामी 
विवेक रामास्वामी को कार्यक्षमता बढ़ाने वाले विभाग का प्रमुख नियुक्त किया गया है। वह एक प्रमुख उद्यमी और विचारक हैं, जिनका परिवार केरल से संबंधित है। विवेक ने अपने करियर में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और वैश्विक निवेशों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और अब वह अमेरिकी प्रशासन में अपनी विशेषज्ञता का उपयोग करेंगे।  

जय भट्टाचार्य
जय भट्टाचार्य को राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (NIH) का निदेशक नियुक्त किया गया है। कोलकाता में जन्मे जय, स्वास्थ्य और सार्वजनिक नीति के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित नाम हैं। उनका काम महामारी विज्ञान, स्वास्थ्य अनुसंधान और चिकित्सा क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के रूप में पहचाना जाता है।  

तुलसी गबार्ड
तुलसी गबार्ड को राष्ट्रीय खुफिया विभाग का प्रमुख नियुक्त किया गया है। तुलसी गबार्ड ने राष्ट्रपति चुनावों के दौरान डोनाल्ड ट्रंप का खुलकर समर्थन किया था, और उनके राजनीतिक दृष्टिकोण और समझ के कारण वह इस अहम विभाग में नियुक्त की गईं।  

काश पटेल
एफबीआई के प्रमुख के रूप में काश पटेल की नियुक्ति भी एक अहम कदम मानी जा रही है। काश का जन्म न्यूयॉर्क के क्वींस में हुआ था, लेकिन उनके माता-पिता गुजरात से हैं। पटेल ने सुरक्षा, न्यायिक मामलों और सरकारी कार्यों में गहरी समझ और अनुभव हासिल किया है, जो उन्हें इस प्रमुख भूमिका के लिए उपयुक्त बनाता है।  

भारतवंशियों का अमेरिकी राजनीति में बढ़ता प्रभाव 
ट्रंप प्रशासन में भारतीय-अमेरिकी समुदाय का बढ़ता हुआ प्रभाव यह दिखाता है कि भारतवंशियों ने अमेरिका में अपनी जगह बनाई है और अब वे सरकारी और राजनीतिक व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। यह समुदाय अमेरिका में केवल आर्थिक ही नहीं, बल्कि राजनीतिक और प्रशासनिक दृष्टिकोण से भी मजबूती से स्थापित हो रहा है। इन नियुक्तियों से यह संकेत मिलता है कि अमेरिका की नीति निर्धारण प्रक्रिया में विविधता को महत्व दिया जा रहा है और भारतीय समुदाय की विशेषज्ञता का फायदा उठाया जा रहा है। हरमीत ढिल्लों जैसी नेताओं की नियुक्ति न केवल भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह अमेरिकी राजनीति और प्रशासन में विविधता और समावेशिता का प्रतीक भी है। यह एक सशक्त संदेश है कि अमेरिका में नागरिक अधिकारों, न्याय और संविधान के संरक्षण के लिए विभिन्न पृष्ठभूमि के लोग मिलकर काम कर रहे हैं।  

डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन में भारतवंशियों की बढ़ती भागीदारी से यह साबित होता है कि भारतीय समुदाय ने अमेरिका में अपनी पहचान को मजबूती से स्थापित किया है। हरमीत ढिल्लों की न्याय विभाग में नियुक्ति, भारतीय-अमेरिकी नेताओं की प्रमुख पदों पर नियुक्तियां, और भारतीय संस्कृति का राजनीतिक संदर्भ में बढ़ता प्रभाव यह दर्शाता है कि अब भारतीय समुदाय का योगदान अमेरिकी राजनीति और प्रशासन में महत्वपूर्ण हो चुका है। इन नियुक्तियों से दोनों देशों के बीच रिश्तों में भी मजबूती आ सकती है, जिससे भारत और अमेरिका के द्विपक्षीय संबंधों में एक नया अध्याय शुरू हो सकता है।

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