Edited By Seema Sharma,Updated: 06 Nov, 2019 03:16 PM
भगवान ने इंसान को भावनाओं से भरा है ताकि बुरे वक्त और अच्छे वक्त वे एक-दूसरे का और अन्य प्राणियों का साथ दे सके और उनकी मदद कर सके। लेिन आज के समय में मानवता खत्म होती जा रही है। लोग किसी की मदद करने की जगह अपने फोन में फोटो खींचने और वीडियो बनाने...
नेशनल डेस्कः भगवान ने इंसान को भावनाओं से भरा है ताकि बुरे वक्त और अच्छे वक्त वे एक-दूसरे का और अन्य प्राणियों का साथ दे सके और उनकी मदद कर सके। लेिन आज के समय में मानवता खत्म होती जा रही है। लोग किसी की मदद करने की जगह अपने फोन में फोटो खींचने और वीडियो बनाने में मशगूल हो जाते हैं ताकि इनको जल्द से जल्द सोशल मीडिया और अपने दोस्तों तक वायरल कर सकें। फिर भले ही सड़क पर पड़े घायल शख्य या फिर किसी जानवर की मौत ही क्यों न हो जाए। एक ऐसा ही दिल को झकझोर देने वाला मामला सामने आया मध्य प्रदेश के सीहोर नगर का।
एक बंदर का बच्चा 11 केवी हाईटेंशन लाइन की चपेट में घायल होकर नीचे गिर गया तो झट से उसकी मां ने उसे जमीन से उठाया और सीने से लगा लिया। बंदरिया बच्चे को सीने से लगाए पास के ही एक पशु अस्पताल पहुंची। वह अस्पताल के गेट पर काफी देर मदद के लिए इधर-उधर भटकती रही लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की। इस मार्मिक दृश्य को वहां के कई लोगों ने देखा, कईयों ने तो फोटो तक भी खींची लेकिन मदद को कोई नहीं आया। आखिर कुछ समय बाद बच्चा मां की गोद से गिर गया और उसकी जान चली गई।
11 केवी हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से जोरदार धमाका हुआ और बंदर का बच्चा नीचे नाली में जाकर गिर गया। बंदर की मां ने उसे उठाया और सीने से लगा लिया। उसके आसपास और भी कई बंदर इकट्ठे हो गए अस्पताल के बाहर भी जुटे लेकिन कोई इंसान मदद को नहीं आया। वहीं इस घटना पर पशु चिकित्सालय के डॉक्टर से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह इस तरह का पहला मामला है जब किसी बंदर को अस्पताल लाया गया।
उन्होंने कहा जब हमें पता चला तो हम वहां पहुंचे लेकिन बंदरिया आक्रमक थी और अपने बच्चे को हाथ नहीं लगाने दे रही थी। डॉक्टर ने कहा कि बंदरिया किसी पर हमला न कर दे इसलिए हम घायल बच्चे का इलाज नहीं कर पाए लेकिन बाद में जब घायल बंदर को चेक किया तो उसकी मौत हो चुकी थी। बच्चे को सीने से लगाए इधर-उधर भटक रही बंदरियां की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई हैं।