Edited By Yaspal,Updated: 03 Apr, 2020 07:42 PM
गुजरात में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में बच्चे अपनी गुल्लकों से अपनी जमा-पूंजी निकालकर लॉकडाउन से प्रभावित लोगों की मदद कर रहे हैं। ये बच्चे उत्साह के साथ प्रधानमंत्री नागरिक सहयता एवं आपात स्थिति राहत कोष में मदद करके बड़ी हस्तियों और कारोबारियों...
अहमदाबादः गुजरात में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में बच्चे अपनी गुल्लकों से अपनी जमा-पूंजी निकालकर लॉकडाउन से प्रभावित लोगों की मदद कर रहे हैं। ये बच्चे उत्साह के साथ प्रधानमंत्री नागरिक सहयता एवं आपात स्थिति राहत कोष में मदद करके बड़ी हस्तियों और कारोबारियों की सूची में शामिल हो रहे हैं।
भरूच जिले के अंकलेश्वर की चार वर्षीय बच्ची ने इस कोष में 11,200 रुपये की सहायता दी है जबकि अहमदाबाद के तीन बच्चे अपनी पूरी जमापूंजी लेकर पुलिस थाने पहुंच गए और गरीबों को भोजन मुहैया कराने के लिए 5,500 रुपये की सहायता दी। चार साल की पेरिस व्यास ने यह कहते हुए लाखों लोगों का दिल जीत लिया था कि उनके पास गुल्लक में जो कुछ भी है वह इस संकट के समय में दे देंगी। उनके गुल्लक में 11,200 रुपये थे और उन्होने पूरी राशि दे दी।
दो दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हिरा बा ने इस कोष में अपनी जमा-पूंजी से 25,000 रुपये की सहायता दी थी। इससे प्रेरित होकर गांधीनगर के एक परिवार ने इस कोष में एक लाख रुपये की सहायता दी। उनके 13 साल के बच्चे रूद्र पटेल ने उन्हें ऐसा करने के लिए कहा था।
रूद्र ने समाचार चैनल को बताया, ‘'मैंने तय किया कि इस साल मैं अपना जन्मदिन नहीं मनाऊंगा। मेरे आग्रह के बाद मेरे माता-पिता ने एक लाख रुपये की राशि राहत कोष दी।'' अहमदाबाद पुलिस ने अपने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया जिसमें तीन भाइयों को अपनी मां के साथ पुलिस थाने में आता देखा जा सकता है। इन बच्चों ने 5,500 रुपये की सहायता दी। पुलिस ने इन बच्चों का शुक्रिया अदा किया।