Edited By vasudha,Updated: 01 Sep, 2018 05:07 PM
द्रमुक ने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे एम के स्टालिन के पैर न छुएं क्योंकि यह आत्सम्मान के सिद्धान्त के खिलाफ है। पार्टी ने कहा कि पैर छूने की जगह प्यार से ‘वणक्कम’ कहकर पार्टी प्रमुख का अभिवादन किया जाना चाहिए...
चेन्नई: द्रमुक ने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे एम के स्टालिन के पैर न छुएं क्योंकि यह आत्सम्मान के सिद्धान्त के खिलाफ है। पार्टी ने कहा कि पैर छूने की जगह प्यार से ‘वणक्कम’ कहकर पार्टी प्रमुख का अभिवादन किया जाना चाहिए। स्टालिन के पैर छूने का विरोध करते हुए पार्टी ने कहा कि अब हमें ध्यान आर्किषत करने के लिए पैर छूने की दासत्व भावना को त्यागना चाहिए और एक अच्छी राजनीतिक संस्कृति की मजबूती के लिए सहयोग करना चाहिए।
पार्टी मुख्यालय ने यहां एक विज्ञप्ति में कहा कि हम कार्यकर्ताओं से आग्रह करते हैं कि वे पैर छूकर पार्टी अध्यक्ष एम के स्टालिन के लिए असहज स्थिति उत्पन्न न करें...हमें दायित्व, गरिमा और अनुशासन के सिद्धांत की रक्षा करनी चाहिए। इसमें कहा गया कि प्यार के साथ केवल ‘वणक्कम’ कहकर स्टालिन का अभिवादन किया जा सकता है। विज्ञप्ति में यह भी कहा गया कि स्टालिन और अन्य नेताओं को माला पहनाने या शाल ओढ़ाने की जगह किताबें भेंट की जा सकती हैं जो छात्रों और जनता के उपयोग के लिए पुस्तकालयों को दी जा सकती हैं।