INX मीडिया केसः हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद CBI ने चिदंबरम को किया गिरफ्तार, आज कोर्ट में करेगी पेश

Edited By Yaspal,Updated: 22 Aug, 2019 06:00 AM

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पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आईएनएक्स मीडिया निवेश मामले में आज देर रात गिरफ्तार कर लिया और इसके साथ ही उनकी जांच एजेंसी के साथ मंगलवार से जारी लुकाछिपी समाप्त हो गयी...

नेशनल डेस्कः पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आईएनएक्स मीडिया निवेश मामले में आज देर रात गिरफ्तार कर लिया और इसके साथ ही उनकी जांच एजेंसी के साथ मंगलवार से जारी लुकाछिपी समाप्त हो गयी। सीबीआई प्रवक्ता ने यहां बताया कि चिदम्बरम को एक सक्षम अदालत की ओर से जारी गिरफ्तारी वारंट के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। इस बीच सूत्रों ने बताया कि उन्हें आज रात सीबीआई मुख्यालय में ही रखा जायेगा और गुरुवार निचली अदालत में पेश किया जायेगा।

सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की गिरफ्तारी से मंगलवार से बच रहे चिदम्बरम बुधवार रात करीब आठ बजे अचानक कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे और संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि आईएनएक्स मीडिया निवेश मामले में उनके या उनके परिवार के किसी अन्य सदस्य के खिलाफ कोई आरोप पत्र दायर नहीं है। वह कानून से भाग नहीं रहे, बल्कि संरक्षण मांग रहे हैं।

इसके बाद वह सीधे अपने आवास पर गये, जिसके पश्चात सीबीआई अधिकारियों की एक टीम वहां पहुंच गयी। आवास के गेट बंद होने के कारण सीबीआई के अधिकारी दीवार फांदकर अंदर गये। पुलिस की एक टीम पिछले दरवाजे से घर के अंदर गयी। बाद में आवास का गेट खोल दिया गया। करीब दो घंटे की जद्दोजहद के बाद सीबीआई टीम ने उन्हें अपने साथ मुख्यालय ले गयी। इस दौरान उनके आवास पर कांग्रेस के नेता एवं वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी भी मौजूद थे।
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सीबीआई ने मुख्यालय ले जाकर की पूछताछ
सीबीआई मुख्यालय लाये जाने के तुरंत बाद चिदम्बरम से पूछताछ शुरू कर दी गयी, जिसे रिकॉर्ड भी किया जा रहा है। चिदम्बरम के खिलाफ आईएनएक्स मीडिया में 305 करोड़ रुपये के निवेश के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की मंजूरी में अनियमितता का आरोप है। उन पर आरोप है कि यह मंजूरी दिलाने के लिए उनके बेटे कार्ति चिदम्बरम की कंपनी में करोड़ों रुपये जमा कराये गये। सीबीआई टीम के श्री चिदम्बरम के आवास पर पहुंचते ही कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता बाहर जमा हो गये थे और उनके समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे। बाद में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता भी वहां पहुंच गये और उनके खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनकी जल्द गिरफ्तारी की मांग की। इसी बीच स्थिति को भांपते हुए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की एक टुकड़ी वहां तैनात कर दी गयी।

पूर्व केंद्रीय मंत्री को जब सीबीआई की टीम अपने वाहन में ले जा रही थी तो कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता उसके आगे खड़े हो गये और वाहन पर चढ़ भी गये। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें वहां से हटाया। पूर्व वित्त मंत्री को सीबीआई मुख्यालय लाये जाने से पहले जांच एजेंसी के निदेशक ऋषि कुमार शुक्ला तथा कुछ अन्य वरिष्ठ अधिकारी मुख्यालय पहुंच गये थे। दिल्ली उच्च न्यायालय ने कल उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी, जिसके बाद सीबीआई और ईडी की टीमें उनके आवास पर शाम को पहुंची थीं, लेकिन वह वहां नहीं मिले थे और उनका कुछ अता-पता नहीं था। उनका मोबाइल बंद था। बाद में ईडी ने उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया।
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बुधवार रात आठ बजे की प्रेस कॉन्फ्रेंस
इसके बाद आज रात आठ बजे के करीब उन्होंने अचानक कांग्रेस मुख्यालय पहुंचकर संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित किया। इससे पहले आज दिन में उनके वकीलों ने उच्चतम न्यायालय में मामले का विशेष उल्लेख करने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें विफलता हाथ लगी थी। अब उनकी याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई हो सकती है। चिदंबरम ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पिछले 24 घंटे में बहुत कुछ घटित हुआ है और चिंता एवं असमंजस की स्थिति बनी हुई है। ऐसा जताया जा रहा है कि वह कानून से भाग रहे हैं जबकि इसके उलट वह कानून से संरक्षण मांग रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आजादी और जीवन में से मैं बेहिचक आजादी को चुनूंगा।''

पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि उनके खिलाफ झूठ फैलाया जा रहा है। आईएनएक्स मीडिया मामले में न तो वह और न ही उनके परिवार का कोई सदस्य अभियुक्त है और न ही उनके खिलाफ कोई आरोप पत्र दायर किया गया है। उन्होंने कहा कि जब-जब सीबीआई और ईडी ने उन्हें बुलाया तो उनके सामने वह पेश हुए। उन्हें 13-14 महीने तक दिल्ली उच्च न्यायालय से अंतरिम राहत मिली और आखिरी बार जनवरी 2019 में सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया गया था। इसके बाद न्यायालय ने सात माह बाद कल उनके आवेदन को खारिज कर दिया।

वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘मैं उच्चतम न्यायालय के आदेश और कानून का सम्मान करता हूं और आशा करता हूं कि कानून पालन कराने वाली एजेंसियों भी कानून का आदर करेंगी। मैं न्यायाधीशों के विवेक पर भी विश्वास करता हूं।'' इसके बाद संवाददाताओं के किसी सवाल का जवाब दिये बिना वह वहां से अपने आवास पर चले गये। संवाददाता सम्मेलन में उनके साथ वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी, विवेक तनखा, पाटर्ी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद मौजूद थे।

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