Edited By Parveen Kumar,Updated: 04 Sep, 2024 06:57 PM
केरल में विपक्षी दल कांग्रेस ने आईपीएस अधिकारी एम आर अजित कुमार पर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और आरएसएस के बीच 'बिचौलिए' के तौर पर काम करने का आरोप लगाया है।
नेशनल डेस्क : केरल में विपक्षी दल कांग्रेस ने आईपीएस अधिकारी एम आर अजित कुमार पर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और आरएसएस के बीच 'बिचौलिए' के तौर पर काम करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने दावा किया कि आईपीएस कुमार ने त्रिशूर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार की लोकसभा चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर जानबूझकर प्रतिष्ठित त्रिशूर पूरम उत्सव में बाधा डाली। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए जानना चाहा कि क्या उन्होंने अपने विश्वसनीय अधिकारी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) कुमार को पिछले साल मई में त्रिशूर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के महासचिव दत्तात्रेय होसबाले से मिलने के लिए भेजा था?
हालांकि, मुख्यमंत्री और आरएसएस ने अभी तक इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल के विधायक पी वी अनवर द्वारा उनके राजनीतिक सचिव पी. शशि और एडीजीपी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए जाने के बावजूद विजयन अभी भी आईपीएस अधिकारी को बचा रहे हैं। सतीशन ने आरोप लगाया कि अजित कुमार ने पिछले साल मई में त्रिशूर के परमेक्कावु में एक स्कूल में दक्षिणपंथी संगठन द्वारा आयोजित शिविर में आरएसएस नेता से एक निजी कार में मुलाकात की थी और दोनों लोगों ने एक घंटे से अधिक समय तक बातचीत की थी।
विधानसभा में विपक्ष के नेता ने सवाल किया, ‘‘मुख्यमंत्री ने एडीजीपी के माध्यम से आरएसएस महासचिव को क्या संदेश दिया? '' सतीशन ने आरोप लगाया कि इस बैठक का उद्देश्य मुख्यमंत्री के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों की जांच से बचना और चुनाव के दौरान राजनीतिक समझौता करना था।