Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Mar, 2018 11:13 AM
ए.आई.ए.डी.एम.के. के नेता वी.के. शशिकला को जेल में वी.आई.पी. ट्रीटमैंट देने का खुलासा करने वाली कर्नाटक की आई.पी.एस. अधिकारी डी. रूपा मुदगिल ने उनके बेहतरीन कार्य के लिए दिया जाने वाला एक बड़ा ईनाम ठुकरा दिया है। उन्होंने भारी नकद ईनाम राशि लेने से...
बेंगलूर: ए.आई.ए.डी.एम.के. के नेता वी.के. शशिकला को जेल में वी.आई.पी. ट्रीटमैंट देने का खुलासा करने वाली कर्नाटक की आई.पी.एस. अधिकारी डी. रूपा मुदगिल ने उनके बेहतरीन कार्य के लिए दिया जाने वाला एक बड़ा ईनाम ठुकरा दिया है। उन्होंने भारी नकद ईनाम राशि लेने से इंकार कर दिया।
ईनाम को ठुकराने की वजह ऐसी है कि हर शख्स उस ईमानदार अफसर का प्रशंसक बन गया है। रूपा ने जिस ईनाम को ठुकराया है, वह बेंगलूर का सबसे प्रतिष्ठित नज्मा बेंगलूर अवार्ड है। उन्होंने नज्म बेंगलूर फाऊंडेशन के चेयरमैन को एक पत्र लिखा है, जो वायरल हो रहा है। फाऊंडेशन ने मुझे इस अवार्ड के लिए चुना है। इसके लिए मैं फाऊंडेशन की हाॢदक शुक्रगुजार हूं, लेकिन इसकी ईनामी राशि ज्यादा है, इसलिए मेरी अंतर्रात्मा इस ईनाम को लेने की आज्ञा नहीं दे रही है।
रूपा ने पत्र में आगे लिखा, ‘हर एक सरकारी कर्मचारी से अपेक्षा की जाती है कि वह राजनीतिक तौर पर तटस्थ बना रहेगा। किसी राजनीतिक विभाग से संबद्ध होने के बाद भी उससे न्यूनतम राजनीतिक तटस्थता की उम्मीद की जाती है। इसी तरह से एक सरकारी कर्मचारी लोगों की निगाह में अपनी साफ-सुथरी छवि बनाए रख सकेगा। चुनाव के दौरान यह और भी प्रासंगिक हो जाता है।’