Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 May, 2018 08:49 PM
ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमरीका के कदम पर भारत ने बुधवार को सभी पक्षों से अपील की कि वे परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग के ईरान के अधिकार का समान करें और सभी विवादास्पद मुद्दों का बातचीत एवं कूटनीति से शांतिपूर्ण समाधान निकालें...
नई दिल्ली : ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमरीका के कदम पर भारत ने बुधवार को सभी पक्षों से अपील की कि वे परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग के ईरान के अधिकार का सम्मान करें और सभी विवादास्पद मुद्दों का बातचीत एवं कूटनीति से शांतिपूर्ण समाधान निकालें।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि भारत का हमेशा से रुख रहा है कि परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग के ईरान के अधिकार का सम्मान करते हुए उसके परमाणु मसले का बातचीत एवं कूटनीति से शांतिपूर्ण समाधान निकाला जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह से शांतिपूर्ण है और यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के हित में भी है। सभी पक्षों को संयुक्त समग्र कार्ययोजना के कारण उपजे मुद्दों के समाधान के लिए रचनात्मक प्रयास करने चाहिए। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के साथ हुए ऐतिहासिक अंतरराष्ट्रीय परमाणु समझौते से अमरीका के अलग होने की घोषणा की है।
ट्रंप ने व्हाइट हाउस से मंगलवार को प्रसारित अपने टेलीविजन भाषण में अपने इस फैसले की घोषणा की। ट्रंप ने अपने संबोधन में कहा कि वह इस एकतरफा समझौते को कमजोर करने के लिए ईरान पर अमरीकी आर्थिक प्रतिबंधों को फिर से शुरू करेंगे। अमरीका के इस फैसले से पश्चिम एशिया में संघर्ष का खतरा बढऩे के अलावा वैश्विक तेल आपूर्ति को लेकर भी अनिश्चितता बढ़ गई है।
पश्चिम एशिया में ईरान के चिरप्रतिद्वंदी माने जाने वाले सऊदी अरब के अलावा अमरीका के अन्य सहयोगी अरब देशों ने भी ट्रंप के इस फैसले का स्वागत किया है जबकि रूस ने इसकी आलोचना की है। भारत ने भी पहली बार ऐसे मसले पर दो टूक बात कही है और ईरान के परमाणु कार्यक्रम को पूरी तरह से शांतिपूर्ण बताया है।