Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jul, 2017 01:25 PM
दो दिन पहले 9 जुलाई को ईराक सरकार ने बताया कि मोसुल से आतंकी संगठन ISIS का खात्मा किया जा चुका है...
मोसुलः दो दिन पहले 9 जुलाई को ईराक सरकार ने बताया कि मोसुल से आतंकी संगठन ISIS का खात्मा किया जा चुका है। जीत की खुशी में इराकी सेना ने मोसुल में अपना झंडा फहाराया। मोसुल को तो ISIS आतंकियों से आजादी मिल गई मगर जिन 39 भारतीयों को ISIS आतंकियों ने बंधन बनाया था, उनकी फिलहाल कोई खबर नहीं है। बड़ा सवाल ये है कि जब मोसुल से आतंकियों का सफाया हो चुका है और 39 भारतीय मजदूर ISIS आतंकियों के चंगुल में थे, तब भारतीय मजदूर कहां हैं?
हत्या की आई थी खबर
मोसुल पर ISIS के कब्जे के बाद जून 2014 में 39 भारतीय मजदूरों को बंधन बनाने की खबर आई थी । इस बीच हरजीत सिंह ISIS के चंगुल से निकलने में सफल रहा और उसने भारत आकर दावा किया था कि इन सभी भारतीय मजदूरों की गोली मारकर हत्या कर दी गई है।
विदेश मंत्रालय ने किया था जीवित होने का दावा
भले ही हरजीत सिंह ने बंधक भारतीय मजदूरों की मौत की बात कही हो, मगर विदेश मंत्रालय लगातार उनके जीवित होने का दावा करता रहा है। हाल ही में विदेश मंत्रालय ने बताया था बंधक बनाए गए सभी भारतीय सुरक्षित हैं, उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। विदेश मंत्रालय ने ये भी बताया था बंधकों की रिहाई के एवज में कोई डिमांड नहीं की गई है। इससे पहले संसद में विदेश राज्य मंत्री वी.के. सिंह ने सभी बंधक भारतीयों के सुरक्षति होने की सूचना दी थी।उन्होंने कहा था कि सरकार बंधकों की सुरक्षित रिहाई के लिए सभी कदम उठा रही है।
विदेश राज्य मंत्री वी.के. सिंह जाएंगे इरबिल
इस बीच सोमवार शाम विदेश मंत्रालय ने बताया कि विदेश राज्य मंत्री वी.के सिंह इरबिल जाएंगे। विदेश मंत्रालय ने ISIS से मोसुल की आजादी पर खुशी जताई और आतंक के खिलाफ लड़ाई में जीत का स्वागत किया। मंत्रालय ने ये भी बताया कि मोसुल पर ईराकी सेना की जीत के साथ ही भारत सरकार ने 39 बंधक भारतीयों की खोज के लिए हर मुमकिन कोशिश शुरू कर दी है।