Edited By Monika Jamwal,Updated: 22 Jun, 2018 06:50 PM
दुनिया कई देशों में आतंकी घटनाओं को अंजाम दे रहा इस्लामिक स्टेट (आई.एस) अब कश्मीर में पांव जमाने की कोशिश कर रहा है।
श्रीनगर : दुनिया कई देशों में आतंकी घटनाओं को अंजाम दे रहा इस्लामिक स्टेट (आई.एस) अब कश्मीर में पांव जमाने की कोशिश कर रहा है। केरल और तमिलनाडु जैसे राज्यों के युवाओं में इसका प्रभाव देखा गया है और यहां के कुछ युवा इसकी ओर से लडऩे सीरिया व इराक चले गए थे। खुफिया सूत्रों के मुताबिक कश्मीर में यह संगठन आईएसजेके यानि इस्लामिक स्टेट जम्मू कश्मीर (आई.एस.जे.के.) के नाम से सक्रिय है और युवाओं को भर्ती कर रहा है।
कश्मीर में शुक्रवार को हुए एनकाउंटर में चार आतंकवादी मारे गए। सूत्रों के मुताबिक यह आतंकी इस्लामिक स्टेट जम्मू कश्मीर से जुड़े हुए थे। सूत्रों के मुताबिक आईएसजेके के आतंकी अमरनाथ यात्रा रुट को निशाना बनाने की फिऱाक में थे। आतंकी अमरनाथ यात्रा के रास्ते में पडऩे वाले खिर्रुम गांव मे छुपे थे। इसी रास्ते से वे अमरनाथ यात्रियों पर हमला करना चाहते थे। जम्मू कश्मीर पुलिस ने गृह मंत्रलाय को इस बारे में जानकारी दे दी है।
आठ से दस आतंकी सक्रिय
आईएसजेके गुट में 8-10 आतंकवादी हैं जो इस्लामिक स्टेट की विचारधारा से प्रभावित हैं। सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को चार आतंकी मारे गए। आईएसजेके का एक आतंकी पहले ही मारा जा चुका है जबकि चार अब भी घाटी में मौजूद हैं। सुरक्षाबलों के एनकाउंटर से आईएसजेके को बड़ा झटका लगा है। सूत्रों के मुताबिक कश्मीर में आईएस से सहानुभूति और इसके प्रभाव से काम करनेवाले स्थानीय गुट अपनी पैठ बढ़ाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। कश्मीर के पहलगाम, अनंतनाग, श्रीनगर डाउनटाउन और अन्य इंटीरियर इलाकों में आईएसजेके की मौजूदगी देखी गई है।