Edited By ,Updated: 16 Sep, 2016 11:42 AM
आतंकी संगठन आईएस के चंगुल में लगभग तीन महीने तक सेक्स गुलाम बनकर रहने वाली यजिदी महिला नादिया मुराद को यूएन का गुडविल एंबेसेडर बनाया गया है। नादिया के नाम का फॉर्मल एलान शुक्रवार को किया गया।
नई दिल्ली: आतंकी संगठन आईएस के चंगुल में लगभग तीन महीने तक सेक्स गुलाम बनकर रहने वाली यजिदी महिला नादिया मुराद को यूएन का गुडविल एंबेसेडर बनाया गया है। नादिया के नाम का फॉर्मल एलान शुक्रवार को किया गया।
2015 में सुर्खियों में आई थी नादिया
नादिया साल 2015 में उस समय सुर्खियों में आई थी जब उसने अपने ऊपर हुए जुल्म की रौंगटे खड़े करने वाली कहानी सुनाई थी। नादिया को वर्ष 2014 में ईराक के एक गांव से आईएस आतंकियों ने अगवा कर लिया था। उसके साथ कई अन्य महिलाओं और लड़कियों को भी आतंकियों ने अपनी हवस पूरा करने के लिए अगवा किया था। नादिया तब 19 वर्ष की थी। नादिया ने यूएन में बताया कि उसके ही सामने उसके पूरे परिवार को आतंकियों ने एक एक कर गोलियोंं से भून डाला था। बाद में आतंकी उसको मोसुल ले आए और उसके साथ लगातार तीन माह तक आतंकियों ने बारी-बारी से रेप किया। उनकी बात न मानने पर आतंकी उसको कठोर सजा दी जाती थी।
जब की भागने की कोशिश
नादिया ने बताया था अगवा होने के कुछ दिन बाद एक रात मेरे पास एक शख्स आया और उसने जबरन मेरे कपड़े उतरवाए और जब मैंने भागने की कोशिश की तो गार्ड ने मुझे पकड़ लिया। इसके बाद उसने मुझे दबोच लिया और कुछ गाड्र्स के साथ एक कमरे में ले गया। वहां मेरे साथ तब तक अपराध हुआ जब तक मैं बेहोश नहीं हो गई। ये मेरे लिए बेहद डरावनी रात थी क्योंकि उसके बाद वो हर दिन मुझे बेआबरु करने लगा।