Edited By Pardeep,Updated: 25 Aug, 2020 04:21 AM
भारत में सुरक्षा एजैंसियों के साथ-साथ खुफिया एजैंसियों के सामने अपराध की एक नई प्रवृत्ति सामने आई है। पाकिस्तान की आई.एस.आई. और उसके आतंकी संगठन भारत में स्थानीय गैंगस्टरों...
नई दिल्ली: भारत में सुरक्षा एजैंसियों के साथ-साथ खुफिया एजैंसियों के सामने अपराध की एक नई प्रवृत्ति सामने आई है। पाकिस्तान की आई.एस.आई. और उसके आतंकी संगठन भारत में स्थानीय गैंगस्टरों को हमले का जिम्मा सौंप रहे हैं।
हाल ही में, चंडीगढ़ की खुफिया इकाई ने सभी खुफिया एजैंसी इकाइयों को अलर्ट किया था कि आई.एस.आई. और अन्य आतंकी संगठनों ने कुछ नेताओं को निशाना बनाने के लिए 5 गैंगस्टरों को काम सौंपा था। फिलहाल, 5 में से 2 गैंगस्टर फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है, जबकि अन्य 3 पंजाब की विभिन्न जेलों में बंद हैं। ये गैंगस्टर दर्जनों हत्याओं, डकैती, नशीले पदार्थों के मामलों और जेलों से रैकेट चलाने में शामिल हैं।
स्थानीय पुलिस को ऐसे स्थानीय बदमाशों पर नजर रखने और जेल में रहने के दौरान उनके कार्यों पर नजर रखने के लिए कहा गया है। इस नई रणनीति के पीछे कारण यह है कि स्थानीय स्लीपर सैल, जो आई.एस.आई. की रीढ़ की हड्डी हैं, लगभग समाप्त हो गए हंै या काम करने से इंकार कर रहे हैं क्योंकि उन्हें सुरक्षा बलों द्वारा मारे जाने का डर है। इसके अलावा, स्थानीय गैंगस्टर आसानी से सामग्री एकत्र कर सकते हैं और राज्यों में हमलों को अंजाम दे सकते हैं।