Edited By Yaspal,Updated: 05 Oct, 2019 05:00 AM
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान (ISRO) ने चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर हाई रिजोल्यूशन कैमरे से ली गई तस्वीर को जारी किया है। इस हाई रिजोल्यूशन कैमरे ने चंद्रमा के सतह की तस्वीर ली है। इस तस्वीर में चंद्रमा के सतह पर बड़े-बड़े गडढे नजर आ रहे हैं। ऑर्बिटर हाई...
नेशनल डेस्कः भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान (ISRO) ने चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर हाई रिजोल्यूशन कैमरे से ली गई तस्वीर को जारी किया है। इस हाई रिजोल्यूशन कैमरे ने चंद्रमा के सतह की तस्वीर ली है। इस तस्वीर में चंद्रमा के सतह पर बड़े-बड़े गडढे नजर आ रहे हैं। ऑर्बिटर हाई रिजोल्यूशन कैमरे (OHRC) चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-2 की हाई रिजोल्यूशन तस्वीरें मुहैया कराता है। यह पैंक्रोमैटिक बैंड (450-800 nm) पर संचालित होता है।
इससे पहले भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो के दूसरे मून मिशन चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर की खराब लैंडिंग की जांच एक राष्ट्रीय स्तर की समिति (NRC)कर रही है। पिछले दिनों इसरो चीफ डॉ. के. सिवन ने यह भी साफ किया कि चंद्रयान-2 मिशन की 98 फीसदी सफलता की घोषणा उन्होंने नहीं की थी। यह घोषणा एनआरसी ने ही अपनी शुरुआती जांच के बाद की थी।
एनआरसी का मानना है कि शुरुआती आंकड़ों के अनुसार हमारे मिशन में सिर्फ 2 फीसदी की ही कमी थी, 98 फीसदी मिशन सफल रहा है। उसी के आधार पर ही इसरो चीफ डॉ. के. सिवन ने लोगों से यह बात कही थी।
तब इसरो चीफ डॉ के सिवन ने कहा था कि एनआरसी की पूरी जांच के बाद हम अपने ऑर्बिटर से मिले सभी डेटा और तस्वीरें आम जनता के लिए जारी करेंगे। रिव्यू कमेटी एनआरसी अब भी चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर की खराब लैंडिंग के आंकड़ों और तस्वीरों की जांच का काम कर रही है।