Edited By Seema Sharma,Updated: 10 Jan, 2019 01:16 PM
दिल्ली की सड़कों पर ट्रैफिक रूल तोड़ पाना आसान नहीं होगा और जो ऐसा करेगा उसका खुद-ब-खुद चालान भी कट जाएगा। रेड लाइट जंपिंग, ओवर स्पीडिंग, ट्रिपल राइडिंग, बिना हेलमेट गाड़ी चलाने जैसे ट्रैफिक रूल तोड़ने वालों पर अब कैमरों की नजर होगी
नई दिल्लीः दिल्ली की सड़कों पर ट्रैफिक रूल तोड़ पाना आसान नहीं होगा और जो ऐसा करेगा उसका खुद-ब-खुद चालान भी कट जाएगा। रेड लाइट जंपिंग, ओवर स्पीडिंग, ट्रिपल राइडिंग, बिना हेलमेट गाड़ी चलाने जैसे ट्रैफिक रूल तोड़ने वालों पर अब कैमरों की नजर होगी और ऐसा करने वाले पुलिस से नहीं बच पाएंगे। दिल्ली की सड़कों पर बड़ी तादाद में 96 थ्री डी रडार बेस्ड रेड लाइट वॉयलेशन डिटेक्शन कैमरे (आरएलवीडी) लगवाए जा रहे हैं। इन कैमरों के जरिए जो ट्रैफिक रूल तोड़ रहा होगा उसकी रिकॉर्डिंग करके उनकी गाड़ियों के नंबरों के आधार पर मालिक का चालान कट जाएगा।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के स्पेशल कमिश्नर ताज हसन ने बताया कि ट्रैफिक रूल तोड़ने वालों पर नजर रखने के लिए 20 करोड़ की लागत से दिल्ली के 24 जंक्शन पर कुल 96 कैमरे लगाए जाएंगे और इसका काम जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। कमिश्नर हसन के मुताबिक जैसे ही कोई ट्रैफिक रूल तोड़ेगा उसे चालान जनरेट कर दिया जाएगा। इतना ही नहीं चालान होने पर ऑनलाइन बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, मोबाइल वॉलेट या डेबिट या क्रेडिट कार्ड के जरिए घर बैठे या ऑन स्पॉट जुर्माना भरा जा सकेगा और इसके लिए नई ई-चालान मशीनें मंगाई जा रही हैं।
साथ ही जुर्माना भरने के सिस्टम को चेंज करने के लिए नया सॉफ्टवेयर भी डिवेलप किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मार्च तक करीब 40 प्रतिशत कैमरे लग जाएंगे और जुलाई तक 24 चौराहों पर कैमरे लगाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि ये कैमरे रूल तोड़ने वाले की गाड़ी का नंबर नोट कर लेंगे और वाहन के मालिक को फोन नंबर पर एसएमएस के जरिए नोटिस की जानकारी चली जाएगी।