Edited By Seema Sharma,Updated: 27 Dec, 2019 11:07 AM
आंध्र प्रदेश सरकार की शुक्रवार को कैबिनेट बैठक होने जा रही है। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में तीन राजधानी के फॉर्मूले पर मुहर लग सकती है। मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के इस फॉर्मूले का अमरावती में जमकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है जिसके तहत अमरावती में...
अमरावती: आंध्र प्रदेश सरकार की शुक्रवार को कैबिनेट बैठक होने जा रही है। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में तीन राजधानी के फॉर्मूले पर मुहर लग सकती है। मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के इस फॉर्मूले का अमरावती में जमकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है जिसके तहत अमरावती में धारा-144 लगाई है। प्रशासन ने किसी को भी विरोध प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी है। राज्य में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
ये है मामला
आंध्र प्रदेश में अब तीन राजधानियां हो सकती हैं। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने इसकी ओर इशारा किया था। सीएम ने विधानसभा में संकेत दिए थे कि आंध्र प्रदेश की तीन राजधानियां हो सकती हैं-करनूल, विशाखापट्टनम और अमरावती। इसके तहत राज्य की अलग-अलग राजधानियों से सरकार, विधानसभा और न्याय प्रक्रिया चलेगी। फिलहाल तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की ज्वाइंट राजधानी हैदराबाद है लेकिन अब करनूल, विशाखापट्टनम और अमरावती को आंध्र प्रदेश की राजधानी बनाने की तैयारी चल रही है। एग्जीक्यूटिव, ज्यूडिशियल और लेजिस्लेटिव सेक्टर से जुड़े काम भी इन तीन अलग-अलग शहरों में होंगे।
विशाखापट्टनम के एग्जीक्यूटिव राजधानी होने के साथ ही यहां सचिवालय होगा और साथ ही महत्वपूर्ण विभाग के कार्यालय भी यहीं पर होंगे। करनूल को ज्यूडिशियल कैपिटल के तौर पर पहचान मिलने की संभावना है जिसके साथ ही हाईकोर्ट भी यहां हाईकोर्ट होगा। मिली जानकारी के अनुसार अमरावती को लेजिस्लेटिव कैपिटल के तौर पर जाना जाएगा, जिसके तहत यहां विधानसभा होगी। सीएम रेड्डी ने कहा था कि हमारे पास तीन अलग-अलग राजधानियां हो सकती हैं, दक्षिण अफ्रीका की तीन राजधानियां हैं क्योंकि यह उनकी आवस्यकता है। उन्होंने कहा था कि हमें इस पर गंभीरता से सोचना होगा।