Edited By Anu Malhotra,Updated: 15 Jun, 2022 04:16 PM
कोटा के रामपुरा इलाके में स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर में एक दिलचस्प मामला देखने को मिला। आज तक आपने लोगों को बीमार होते देखा होगा लेकिन क्या आपने कभी भगवान को बीमार होते देखा है
नेशनल डेस्क: कोटा के रामपुरा इलाके में स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर में एक दिलचस्प मामला देखने को मिला। आज तक आपने लोगों को बीमार होते देखा होगा लेकिन क्या आपने कभी भगवान को बीमार होते देखा है। जी हां, कोटा के रामपुरा इलाके में भगवान जगन्नाथ मंदिर में भगवान इन दिनों बीमार हो गए हैं। इतना ही नहीं इलाज के लिए रोजाना वैद्यजी भी मंदिर आ रहे है और भगवान के स्वास्थ को देखते हुए मंदिर में लगी घंटियों और सभी दरवाजों व खिड़कियों को बांधकर रखा गया है ताकि किसी तरह का कोई व्यवधान उत्पन्न न हो सके।
इसके अलावा मंदिर में भगवान के दर्शन बंद कर दिए गए हैं, केवल पुजारी और वैद्यजी को ही इलाज हेतु सुबह-शाम भगवान तक पहुंचने की इजाजत है। भगवान जगन्नाथ का इलाज इसी तरह 15 दिनों तक लगातार होगा और 15 दिनों तक के लिए भगवान क्वॉरेंटाइन रहेंगे।
मंदिर पुजारी कमलेश दुबे ने बताया कि पूर्णिमा के दिन स्नान के बाद 200 किलो आम के रस का सेवन करने से मंदिर में भगवान जगन्नाथ बीमार हो गए हैं। जिसका इलाज वैद्यजी के द्वारा किया जा रहा है। पुजारी का कहना है कि ये सब परंपरा का हिस्सा है। सामान्य वर्ष में भगवान जगन्नाथ के शयनकाल का समय 15 दिन का रहता है। उन्होंने बताया इसी माह में आधा घंटे के लिए भगवान के सिंहद्वार में विराजित दर्शन देंगे। जिसके बाद मंदिर में हवन और शुद्धिकरण किया जाएगा।