3 महीने बाद काम पर लौटे अरुण जेतली, फिर संभाला वित्त मंत्रालय का कार्यभार

Edited By vasudha,Updated: 23 Aug, 2018 11:55 PM

jaitley handled the finance ministry charge

केन्‍द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेतली बीमारी के बाद काम पर लौट आए हैं। उन्होंने आज वित्त मंत्रालय पहुंचकर अपना कामकाज संभाल लिया है। 14 मई को गुर्दा प्रत्यारोपण किया गया था। तब से वह डाक्टरों की सलाह पर आराम कर रहे थे। अब स्वस्थ में सुधार होने के बाद...

नेशनल डेस्क: केंद्रीय मंत्री अरुण जेतली ने वित्त मंत्रालय और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय का कार्यभार आज संभाल लिया। गुर्दा प्रतिरोपण के लिए लगभग 100 दिनों तक कामकाज से दूर रहने के बाद उन्होंने वापस वित्त मंत्री का कार्यभार संभाला और अधिकारियों के साथ बैठक की ।  65 वर्षीय जेटली अप्रैल की शुरुआत से ही मंत्रालय नहीं आ रहे थे। 14 मई को उनके गुर्दे का प्रतिरोपण किया गया। इस दौरान वित्त मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार पीयूष गोयल को सौंपा गया था।     
PunjabKesari
जेतली आज सुबह 11 बजे अपनी सफेद टाटा सफारी से वित्त मंत्रालय के दफ्तर नॉर्थ ब्लॉक पहुंचे। उनके साथ उनके निजी कर्मचारी भी थे। साधारण पैंट-शर्ट और नेहरू जैकेट पहने जेटली सीधे नॉर्थ ब्लॉक के प्रथम तल पर स्थित अपने कार्यालय में पहुंचे। उनके मौजूदा स्वास्थ्य को देखते हुए उनके कार्यालय का नवीनीकरण किया गया है। साथ ही स्वच्छता का विशेष ख्याल रखा गया है। मंत्रालय के अधिकारियों और उनके उप मंत्रियों ने जेतली का स्वागत किया।   
PunjabKesari

वरिष्ठ नेता ने अपने दोनों मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। इनमें वित्त सचिव हसमुख अधिया के साथ केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड और केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड के चेयरमैन शामिल रहे। उनके कमरे में सीमित लोगों को ही आने-जाने की अनुमति होगी। अभी आगंतुकों को अस्पतालों में उपयोग होने वाले नीले रंग के प्लास्टिक के जूते के कवर पहनने होंगे। इससे पहले आज एक अधिसूचना में कहा गया कि भारत के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री की सलाह पर, वित्त मंत्रालय और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय का विभाग फिर से अरूण जेतली को सौंपने का निर्देश दिया है। 14 मई को उनके मंत्रालयों का प्रभार अंतरिम तौर पर गोयल को सौंपा गया था। गोयल के पास रेल मंत्रालय और कोयला मंत्रालय भी है।      
PunjabKesari

सर्जरी के बाद से, चिकित्सकों की सलाह पर वह कामकाज से दूर थे। हालांकि इस दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में बिना विभाग के मंत्री थे। इस अवधि में वह बीच-बीच में सोशल मीडिया पर नजर आए थे। इनमें असम में राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर, आपातकाल के चार दशक, संसद में अविश्वास प्रस्ताव, राफेल जेट विमान सौदा, माल एवं सेवाकर और जीडीपी के आंकड़ों की पिछली कडिय़ों जैसे मुद्दों पर सोशल मीडिया पर ब्लॉग लिखकर लोगों से रूबरू हुए और सरकार का पक्ष रखा। वहीं जीएसटी की पहली वर्षगांठ और बैंकिंग सम्मेलन के दौरान वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से संबोधन भी दिया।  हालांकि उन्होंने नौ अगस्त को राज्यसभा में उपसभापति पद के लिए हुए चुनाव में हिस्सा लिया था। 

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!