Edited By Anil dev,Updated: 03 Aug, 2019 11:12 AM
कश्मीर में पर्यटकों और अमरनाथ यात्रियों के लिए घाटी छोडऩे के ताजा परामर्श से निवासियों के बीच भय पैदा हो गया है और उन्होंने कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बिगडऩे की आशंका के चलते राशन और आवश्यक सामान जमा करना शुरू कर दिया।
श्रीनगर: कश्मीर में पर्यटकों और अमरनाथ यात्रियों के लिए घाटी छोडऩे के ताजा परामर्श से निवासियों के बीच भय पैदा हो गया है और उन्होंने कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बिगडऩे की आशंका के चलते राशन और आवश्यक सामान जमा करना शुरू कर दिया।
श्रीनगर में कई पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल खत्म हो गया। वहां केवल डीजल का स्टाक था। एटीएम पर भी लंबी लाइनें देखीं गईं। मेडिकल शॉप पर लोग जरूरत की दवाइयां खरीदते देखे गए। इसके साथ ही किरयाना और सब्जी की दुकानों पर भी भीड़ रहीं। राज्य सरकार ने अमरनाथ तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को परामर्श जारी कर तत्काल कश्मीर छोडऩे के लिए कहा है।
गृह विभाग के प्रधान सचिव शालीन काबरा द्वारा जारी आदेश में यहां कहा गया है, आतंकवादी खतरों खासतौर से अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाए जाने की ताजा खुफिया सूचनाओं और कश्मीर घाटी में मौजूदा सुरक्षा स्थिति को देखते हुए पर्यटकों तथा अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा के हित में यह परामर्श दिया जाता है कि वे फौरन घाटी में रुकने की योजना स्थगित कर दें और जल्द से जल्द लौटने के आवश्यक कदम उठाए। इस आदेश से कश्मीर में भय व्याप्त हो गया। केंद्र द्वारा घाटी में सेना की 100 अतिरिक्त टुकडिय़ों को तैनात करने के आदेश के बाद से कुछ दिनों से कश्मीर में स्थिति तनावपूर्ण है।
सैनिकों की तैनाती और विभिन्न आदेशों से जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने जैसे कुछ बड़े फैसलों को लेकर अटकलें बढ़ गई है। कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बिगडऩे की आशंका के चलते लोग शहर में तथा अन्य जगहों पर राशन और आवश्यक सामान खरीदने दुकानों के बाहर कतारों में दिखाई दिए। पेट्रोल पम्पों पर भी भारी संख्या में उपभोक्ता दिखाई दिए। इससे पहले सेना ने कहा कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी घाटी में अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की फिराक में हैं। सेना ने हालांकि यह भी कहा कि सुरक्षा बल ऐसी किसी भी योजना को विफल करने के लिए मुस्तैद हैं।
एनआईटी में कक्षाएं स्थगित करने का निर्देश नहीं: प्रशासन
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर जिला प्रशासन ने कहा है कि श्रीनगर स्थित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) में कक्षाएं स्थगित करने के लिए निर्देश जारी नहीं किया गया है, बल्कि घाटी में मौजूदा हालात के मद्देनजर सिर्फ सतकर्ता बरतने को कहा गया है। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि एनआईटी ने घाटी की स्थिति को देखते हुए जिले के सभी शैक्षणिक संस्थानों को सतकर्ता बरतने के जिला प्रशासन के निर्देश को गलती से कक्षाओं को स्थगित करने का निर्देश समझकर कक्षाएं स्थगित करने का नोटिस जारी कर दिया था। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने इस संबंध में संस्थान से जवाब मांगा है। उन्होंने बताया कि संस्थान द्वारा कक्षाओं को स्थगित करने का उसका अपना फैसला है, जिला प्रशासन ने कक्षाओं को स्थगित करने के लिए कोई निर्देश जारी नहीं किया है।