Edited By Anil dev,Updated: 02 Aug, 2019 05:57 PM
जम्मू-कश्मीर में एक अहम घटना के तहत स्थानीय प्रशासन ने अमरनाथ यात्रा के मार्ग में लगने वाले सभी लंगर तुंरत प्रभाव से बंद कर दिए हैं। लंगर लगाने वाली समितियों को भी जल्द से जल्द जगह खाली करने को कहा गया है। इसे एक अप्रत्याशित फैसला माना जा रहा है...
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में एक अहम घटना के तहत स्थानीय प्रशासन ने अमरनाथ यात्रा के मार्ग में लगने वाले सभी लंगर तुंरत प्रभाव से बंद कर दिए हैं। लंगर लगाने वाली समितियों को भी जल्द से जल्द जगह खाली करने को कहा गया है। इसे एक अप्रत्याशित फैसला माना जा रहा है क्यों कि अधिकारिक रुप से यात्रा खत्म होने के बाद भी यह लंगर कुछ दिनों तक जारी रहते थे। यात्रा मार्ग पर इस साल करीब 114 लंगर लगाए गए थे जिन्हे तुंरत समेटने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं प्रशासन ने श्राइन बोर्ड ने में तैनात सभी अधिकारी, लेबर को वापस बुलाने का निर्देश दिया है। फिलहाल अमरनाथ यात्रा के सारे रुट खाली किए जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि किसी संभावित हमले के चलते कैंद्रीय सरकार ने पहले ही लोगों को अपने अमरनाथ यात्रा छोड़ शीघ्र अति शीघ्र वापस लौटने की सलाह दी थी। ताजा फरमान को उसी कड़ी से जोड़कर देखा जा रहा है।
पर्यटकों को कश्मीर घाटी छोडऩे की सलाह
आतंकवादियों की धमकियों के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर सरकार ने शुक्रवार को अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों से अपनी यात्रा को कम कर जितनी जल्दी संभव हो कश्मीर घाटी छोडऩे की सलाह दी है। गृह विभाग के प्रधान सचिव शालीन काबरा ने आज इस संबंध में परामर्श जारी किया। परामर्श के अनुसार आतंकवादियों की धमकी और वर्तमान स्थिति को देखते हुए श्रद्धालु और पर्यटकों से कहा गया है कि वे अपनी यात्रा अवधि में कटौती करके घाटी से चले जाएं। प्रशासन ने कहा है, यह सलाह दी जाती है कि श्रद्धालु-पर्यटक अपनी घाटी की यात्रा अवधि को तुरंत कम करके जितनी जल्दी संभव हो वापस लौटने का प्रयास करें।
अमित शाह हुए एक्टिव
आतंकी हमले के अलर्ट के बाद केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह (amit shah) भी एक्टिव हो गए। सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार अमित शाह ने सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट कर दिया है। और वे खुद जम्मू-कश्मीर अमरनाथ यात्रा पर नजर बनाए हुए है।