Edited By Anil dev,Updated: 05 Jan, 2019 12:51 PM
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में सवजियान सेक्टर में बर्फ के तूफान में मारे गए 34 साल के लांस नाईक स्पन चौधरी का उनके पैतृकि गांव सिहाल फतेहपुर में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। जम्मू-कश्मीर के पुंछ में शहादत पाने वाले अपने 34 वर्षीय बेटे...
धर्मशाला: जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में सवजियान सेक्टर में बर्फ के तूफान में मारे गए 34 साल के लांस नाईक स्पन चौधरी का उनके पैतृकि गांव सिहाल फतेहपुर में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। जम्मू-कश्मीर के पुंछ में शहादत पाने वाले अपने 34 वर्षीय बेटे लांस नायक सपन चौधरी को उनकी बुजुर्ग मां ने ऐसी अंतिम विदाई दी कि पूरी दुनिया याद करेगी।
मां स्वर्णा देवी खुद फौजी टोपी पहनकर शहीद बेटे की अर्थी के आगे-आगे एक किलोमीटर पैदल श्मशानघाट तक गईं और बेटे को सैल्यूट मारकर अंतिम विदाई दी। सपन की मां बार-बार बेटे को पुकार कर उसे गले लगने का विलाप करती रही। अंतिक यात्रा में मां स्वर्णा देवी के अलावा सैकड़ों लोग पहुंचे। हर किसी की आंखों में आंसू थे।
नियंत्रण रेखा से लगे सेक्टर में सुबह एक सेना चौकी 40 आर आर बर्फीले तूफान की चपेट में आई थी। तूफान में मारे गए दो जवानों में से स्पन हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले से थे। उनका पार्थिव शरीर तिरंगे में लपेटकर गांव लाया गया।
उनके बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी। अंत्येष्टि में गांव के साथ आसपास के इलाकों से हजारों लोग शरीक हुए। लोगों ने स्पन अमर रहें के नारे लगाये। फतेहपुर के संभागीय मजिस्ट्रेट बलवान सिंह ने सरकार की तरफ से पुष्पचक्र चिता पर रखा और सरकार की तरफ से जवान के परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।