Edited By Anil dev,Updated: 07 Aug, 2018 06:24 PM
सरकार ने आज कहा कि जम्मू कश्मीर में इस साल रमजान के महीने में आतंकवादी हिंसा की 73 घटनाएं दर्ज की गईं, जबकि इसके ठीक पहले के एक महीने की अवधि में इस तरह की 34 घटनाएं दर्ज की गई थीं। गृह राज्य मंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने लोकसभा में एक प्रश्न के...
नई दिल्ली: सरकार ने आज कहा कि जम्मू कश्मीर में इस साल रमजान के महीने में आतंकवादी हिंसा की 73 घटनाएं दर्ज की गईं, जबकि इसके ठीक पहले के एक महीने की अवधि में इस तरह की 34 घटनाएं दर्ज की गई थीं। गृह राज्य मंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि इस साल रमजान के महीने (17 मई से 16 जून) के दौरान आतंकवादी हिंसा की 73 घटनाएं हुईं, जबकि 23 आतंकी निष्क्रिय किए गए। वहीं, रमजान पूर्व अवधि (16 अप्रैल से लेकर 16 मई) में आतंकवादी ङ्क्षहसा की 34 घटनाएं दर्ज की गई जबकि 14 आतंकवादी निष्क्रिय किए गए।
रमजान की अवधि के दौरान आठ सुरक्षाकर्मी हुए शहीद
उन्होंने बताया कि रमजान की अवधि के दौरान आतंकी हिंसा की घटनाओं में तीन नागरिक मारे गए और आठ सुरक्षाकर्मी शहीद हुए, जबकि रमजान पूर्व एक महीने की अवधि में आठ नागरिक मारे गए थे और पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हुए। इसके अलावा, राज्य सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 300 आतंकवादी कश्मीर में सक्रिय हैं। मंत्री ने बताया कि सरकार ने इस साल 16 मई को सुरक्षा बलों और सेना को जम्मू कश्मीर में रमजान की अवधि के दौरान आक्रामक अभियान (आतंकवादियों के खिलाफ) नहीं चलाने का निर्देश जारी किया था। लेकिन यह भी कहा था कि आम लोगों के जीवन की सुरक्षा के लिए आवश्यक होने पर सुरक्षा बल उचित कार्रवाई करने के लिए बाध्य होंगे। मंत्री ने एक अन्य प्रश्न के उत्तर में 2014 से लेकर जून 2018 तक जम्मू कश्मीर में घुसपैठ की कोशिशों, आतंकवादियों के मारे जाने, आतंकवादियों की गिरफ्तारी और वापसी का ब्योरा भी दिया।