Edited By Monika Jamwal,Updated: 26 Jan, 2019 12:44 PM
रामबन जिले में भूस्खलनों के कारण राजमार्ग लगातार छठे दिन भी बंद रहा।
श्रीनगर : रामबन जिले में भूस्खलनों के कारण राजमार्ग लगातार छठे दिन भी बंद रहा। इधर श्रीनगर और कश्मीर घाटी के कई स्थानों पर शुक्रवार को फिर से बर्फबारी हुई। वहीं, मौसम विभाग ने जम्मू एवं कश्मीर के मौसम में सुधार का अनुमान लगाया है। .कश्मीर में पिछले 24 घंटों के दौरान हिमस्खनल और भूस्खलन होने के कारण 300 किलोमीटर लंबा श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग शनिवार को भी बंद रहा। न्यूनतम तापमान जमाव बिंद पर पहुंचने के कारण लद्दाख क्षेत्र को कश्मीर घाटी से जोडऩे वाला राष्ट्रीय राजमार्ग, ऐतिहासिक मुगल रोड पर कई फुट बर्फ जम गयी है।
यह दोनों मार्ग पिछले दो महीने से बंद हैं। राजमार्ग के विभिन्न स्थानों पर दो हजार से अधिक ट्रक और तेल टैंकरों के अलावा कई यात्री वाहन फंसे हुए हैं।यातायात पुलिस के अधिकारी ने यूनीवार्ता को बताया कि जवाहर सुरंग की दोनों ओर शुक्रवार सुबह से हिमपात हो रहा था, जिसके कारण सडक़ पर दोबारा फिसलन बढ़ गयी है। उन्होंने बताया कि बारिश के कारण रामबन तथा रामसू के बीच कई जगहों पर भूस्खलन भी हुआ। रामबन तथा बनिहाल के बीच यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुई। उन्होंने बताया कि राजमार्ग का देखभाल करने वाले सीमा सडक़ संगठन अत्याधुनिक मशीनों तथा श्रमिकों की सहायता से सडक़ पर पड़े हिमस्खलन एवं भूस्खलन के मलबे को हटाकर मार्ग की मरम्मत करने में जुटा हुआ है और यातायात को बहाल करने की हर संभव कोशिश की जा रही है।
सडक़ पर फंसे हैं हजारों वाहन
उन्होंने बताया कि राजमार्ग पर सुरंग से काजीगुंड की ओर जाने वाले मार्ग में और जम्मू से कश्मीर की तरफ मार्ग में हजारों वाहन फंसे हुये हैं। सबसे अधिक प्रभावित स्थल पेंथाल की दूसरे ओर कश्मीर के वाहन फंसे हुए हैं। सडक़ की मरम्मत हो जाने के बाद कश्मीर के फंसे हुए वाहनों के परिचालन की इजाजत दी जायेगी। जम्मू या श्रीनगर से नये वाहनों के परिचालन की इजाजत अगले आदेश तक नहीं होगी।
दो महीने से बंद है लद्दाख रोड
यातायात विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि लद्दाख क्षेत्र को कश्मीर के साथ जोडऩे वाले 434 राष्ट्रीय राजमार्ग हिमपात के कारण पिछले दो महीने से बंद है। सोनमर्ग, जोजिला दर्रा, जीरो प्वाइंट तथा मीनमार्ग में पिछले 24 घंटे के दौरान हिमपात हुई है।
सीमावर्ती करगिल को लेह राजमार्ग के साथ जोडऩे वाली सडक़ के मार्च या अप्रैल में खुलने की उम्मीद है।