Edited By Seema Sharma,Updated: 14 Sep, 2021 12:02 PM
गुजरात में भारी बारिश और बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। गुजरात के जामनगर में सड़कें पानी से लबालब हो गई हैं। कारें पानी में बहती नजर आईं तो वहीं घर-मकान डूब गए। बारिश से गुजरात में इतने बुरे हाल है कि रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए वायुसेना के...
नेशनल डेस्क: गुजरात में भारी बारिश और बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। गुजरात के जामनगर में सड़कें पानी से लबालब हो गई हैं। कारें पानी में बहती नजर आईं तो वहीं घर-मकान डूब गए। बारिश से गुजरात में इतने बुरे हाल है कि रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए वायुसेना के हेलिकॉप्टर को उतारा गया है। गुजरात के जामनगर, राजकोट और जूनागढ़ में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। सबसे ज्यादा खराब स्थिति जामनगर की है, यहां 35 गांवों का संपर्क कट गया है। वहीं गुजरात में राजकोट शहर के कुवाडवा रोड़ क्षेत्र में बारिश के पानी में बह जाने से सोमवार को बुजुर्ग महिला की मौत हो गई।
रेस्क्यू में जुटे वायुसेना के विमान
राज्य में बाढ़ और बारिश के बीच NDRF की 6 टीमें और वायुसेना के 4 हेलिकॉप्टरों को रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाया गया है, जिससे बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके। लगातार बारिश के चलते जामनगर जिले में 18 बांध ओवरफ्लो हो चुके हैं। जामनगर और आस-पास के इलाकों में नदियां उफान पर हैं। घरों में पानी भरने के कारण लोग अपने घरों की छतों पर रहने को मजबूर हो गए हैं। वहीं NDRF घर में फंसे लोगों को की हर संभव मदद कर रही है और उनको सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है।
सीएम भूपेंद्र के सामने बड़ी चुनौती
मौसम विभाग ने अगले 4-5 दिनों के लिए गुजरात में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। IMD के मुताबिक गुजरात के तटीय इलाकों खासकर जामनगर, जूमागढ़, पोरबंदर, द्वारका, ओखा, राजकोट के कई हिस्सों में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। गुजरात की कमान संभालते ही मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के सामने बारिश और बाढ़ बड़ी चुनौती बन गई है। सीएम पटेल ने शपथ लेते ही बाढ़ को लेकर इमरजेंसी बैठक बुलाई और राहत और बचाव के काम में तेजी लाने के निर्देश दिए।