Edited By Anil dev,Updated: 23 May, 2018 03:42 PM
जनता दल (सेक्युलर) के प्रमुख एच डी देवेगौड़ा ने आज कहा कि आज गठित होने वाली जनता दल(एस)-कांग्रेस गठबंधन सरकार को कृषि ऋण माफी मुद्दे पर कोई भी फैसला लेने के लिए आपस में सलाह-मशविरा करना होगा। मनोनीत मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने घोषणा की थी कि...
बेंगलुरु: जनता दल (सेक्युलर) के प्रमुख एच डी देवेगौड़ा ने आज कहा कि आज गठित होने वाली जनता दल (एस)-कांग्रेस गठबंधन सरकार को कृषि ऋण माफी मुद्दे पर कोई भी फैसला लेने के लिए आपस में सलाह-मशविरा करना होगा। मनोनीत मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने घोषणा की थी कि अगर जद (एस) को पूर्ण बहुमत मिलता है और वह सरकार बना लेती है तो वह किसानों का हर तरह का कृषि ऋण माफ कर देंगे चाहे वह सार्वजनिक उपक्रमों से लिया गया हो या सहकारी बैंकों से।
निर्णय लेने से पहले गठबंधन साझीदार से विचार-विमर्श करना जरूरी
देवेगौड़ा ने अपने निवास पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जद (एस) को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है और वह कांग्रेस के समर्थन से गठबंधन सरकार बना रही है। ऐसे में ऋण माफी का निर्णय लेने से पहले गठबंधन साझीदार से विचार-विमर्श करना जरूरी है। देवेगौड़ा ने कहा, Þमेरी पार्टी विधानसभा में केवल 37 विधायकों के साथ ऋण माफी का फैसला अकेले कैसे ले सकती है। इस पर समन्वय समिति की बैठक में चर्चा करनी होगी और उसके बाद ही अंतिम फैसला आ सकेगा। मुझे लगता है कि जद (एस) का अध्यक्ष होने के अलावा मुझे पार्टी के सदस्यों को पिता के तौर पर आशीर्वाद भी देना चाहिए। मैं कुमारस्वामी को सुझाव देना चाहता हूं कि वह समन्वय समिति की बैठक में कांग्रेस के नेताओं से विचार-विमर्श के बाद ही इस संबंध में निर्णय लें।