Edited By rajesh kumar,Updated: 27 Feb, 2021 12:23 PM
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक'' ने ट्वीट किया, ''यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि जेईई के पहले चरण की परीक्षा में 95 फीसदी उपस्थिति दर्ज की गई। मुझे आशा है कि एनटीए भविष्य में भी सफलतापूर्वक परीक्षा का आयोजन करेगा।''
एजुकेशन डेस्क: केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक' ने शुक्रवार को कहा कि देश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले के लिए आयोजित संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई)-मेंस के पहले चरण में 95 फीसदी उम्मीदवार शामिल हुए। उन्होंने ट्वीट किया, 'यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि जेईई के पहले चरण की परीक्षा में 95 फीसदी उपस्थिति दर्ज की गई। मुझे आशा है कि एनटीए भविष्य में भी सफलतापूर्वक परीक्षा का आयोजन करेगा।'
13 भाषाओं में हुई परीक्षा
प्रवेश परीक्षा मंगलवार से शुरू हुई थी। ऐसा पहली बार है जब 13 भाषाओं में परीक्षा आयोजित की गई, जिनमें असमी, बंगाली, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु, उर्दू, हिंदी, अंग्रेजी और गुजराती शामिल है। छात्रों की सुविधा के मद्देनजर इस साल से परीक्षा वर्ष में चार बार आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा के अगले चरण मार्च, अप्रैल और मई में आयोजित किए जाएंगे।
जेईई परीक्षा 311 शहरों के 828 केद्रों पर आयोजित हुई
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जेईई परीक्षा 311 शहरों के 828 केद्रों पर आयोजित की गई। इनमें विदेश के 10 केंद्र - बहरीन, कोलंबो, दोहा, दुबई, काठमांडू, मस्कट, रियाद, शारजाह, सिंगापुर और कुवैत में बने परीक्षा केंद्र शामिल हैं। उन्होंने बताया कि परीक्षा के दौरान कोविड-19 संबंधी सभी प्रोटोका-ल का पालन किया गया।