Edited By shukdev,Updated: 28 Feb, 2019 07:47 PM
नई दिल्ली: जेट एयरवेज अगले दो दिनों में 42 विमानों की उड़ाने बंद करने को मजबूर हो जाएगा,क्योंकि बहुत से विमानों को हवाई अड्डे पर ही रखा जाएगा।जेट एयरवेज के इन विमानों को मरम्मत के लिए कलपुर्जों की जरूरत है। मनी कंट्रोल की खबर के अनुसार बैंक ...
नई दिल्ली: नई दिल्ली: जेट एयरवेज अगले दो दिनों में 42 विमानों की उड़ाने बंद करने को मजबूर हो जाएगा,क्योंकि बहुत से विमानों को हवाई अड्डे पर ही रखा जाएगा।जेट एयरवेज के इन विमानों को मरम्मत के लिए कलपुर्जों की जरूरत है। मनी कंट्रोल की खबर के अनुसार बैंक अभी जेट एयरवेज के वित्तीय संकट से निपटने का इंतजार कर रहे हैं। इसी बीच जेट एयरवेज के लिए अपने आॅपरेशनल को जारी रखने की सरदर्दी जारी है। जेट एयरवेज के फ्लाइट में 123 विमान हैं और इनमें से एक तिहाई यानी कि 42 विमान अगले दो दिनों में उड़ाने नहीं भर सकेंगे।
सूत्रों ने बताया कि 28 विमानों को पहले ही सेवा से बाहर किया गया है और फरवरी के अंत में 14 और विमानों को सेवा से बाहर किया गया है। ये बात विमानन उद्योग के एक कार्यकारी अधिकारी ने बताई। सूत्रों ने बताया 14 विमानों में से अधिकांश मरम्मत के लिए कलपुर्जे न मिलने के कारण सेवा से बाहर कर दिए गए हैं। एक अन्य कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि कंपनी ने 27 फरवरी को अपने मैक्स एयरक्राफ्ट को सेवा से अलग कर दिया है। एयरलाइंस के बेड़े में 18 एटीआरएस, 5 वोइंग 737 मैक्स और 71 वोइंग 737—800 विमान है। विमानो को सेवा से बाहर किया जा रहा है।
इसी बीच भारतीय स्टेट बैंक के अधिकारियों ने बुधवार को मुंबई में जेट एयरवेज के प्रमोटर नरेश गोयल और इतिहाद एयरवेज के प्रमुख कार्यकारणी से मुलाकात की । भारतीय एयरलाइंस में इतिहाद एयरलाइंस की 24 प्रतिशत हिस्सेदारी है। जेट एयरवेज की धन जुटाने के लिए अपने विमानो की लीज पर देने या उनमें से कुछ को बेचने की योजना बनाई है ताकि इस धन से 8000 करोड़ रुपए के ऋण को चुकाने में मदद मिल सके।