Edited By Anu Malhotra,Updated: 15 Sep, 2021 03:58 PM
रांची- बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवात अब झारखंड पहुंच गया है। इससे पहले चक्रवात का असर पश्चिम बंगाल और ओडिशा में देखने को मिला। चक्रवात के असर के चलते प्रदेश में पिछले 72 घंटे से लगातार बारिश हो रही है और वहीं झारखंड के कई इलाके और बांध जलस्तर खतरे...
रांची- बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवात अब झारखंड पहुंच गया है। इससे पहले चक्रवात का असर पश्चिम बंगाल और ओडिशा में देखने को मिला। चक्रवात के असर के चलते प्रदेश में पिछले 72 घंटे से लगातार बारिश हो रही है और वहीं झारखंड के कई इलाके और बांध जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गए हैं। मैथन और पंचेत जैसे डैम में पानी का जलस्तर खतरे के निशान को छू गया है।
नदियों के उफनाने से कई तटबंध टूटे
नदियों के उफनाने से कई इलाकों में तटबंध टूट गए हैं। जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटे में सबसे हजारीबाग (89.7 मिमी) में बारिश हुई है जिससे की इलाक जलथल हो गए है। इसके बाद धनबाद में 80 मिलीमीटर और कोडरमा में 71 मिमी बारिश दर्ज की गई है,वहीं, प्रदेश की राजधानी रांची में 30 मिमी पानी रिकॉर्ड किया गया है। बता दें कि लगातार बरिश के कारण रांची का पारा लगभग 8 डिग्री सेल्सियस तक निचे आ गया है। रांची में मंगलवार को अधिकतम तापमान 23.9 डिग्री दर्ज किया गया।
चक्रवात के कारण झारखंड में तेज हवाएं चल रही हैं। मौसम विभाग ने बुधवार दोपहर से बारिश का असर कम होने की उम्मीद जताई है।
इस मानसून सीजन में पहली बार डीप डिप्रेशन बना
मौसम विज्ञान केंद्र (रांची) के वैज्ञानिक ने बताया कि इस मानसून सीजन में पहली बार डीप डिप्रेशन बना है। बंगाल की खाड़ी में बना लो प्रेशर डीप डिप्रेशन में बदल गया है, जिसके असर से पूरे राज्य में बारिश हो रही है। डीप डिप्रेशन समुद्र में तूफान बनने से पहले की स्थिति है।
लगातार बारिश से धनबाद के तोपचांची झील, मैथन व पंचेत डैम का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। वहीं, जमशेदपुर शहर के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है, इतना ही नहीं जुगसलाई और बागबेड़ा में सुबह तक कई घरों में पानी भी घुस सकता है।