Edited By rajesh kumar,Updated: 25 May, 2022 05:09 PM
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को कहा कि झीरम घाटी नक्सली हमला राजनीतिक आपराधिक षड्यंत्र था और राज्य सरकार इस षड़यंत्र को उजागर करने की कोशिश कर रही है लेकिन इसमें लोग अड़ंगा लगा रहे हैं।
नेशनल डेस्क: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को कहा कि झीरम घाटी नक्सली हमला राजनीतिक आपराधिक षड्यंत्र था और राज्य सरकार इस षड़यंत्र को उजागर करने की कोशिश कर रही है लेकिन इसमें लोग अड़ंगा लगा रहे हैं। राज्य के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र की झीरम घाटी में 25 मई 2013 को नक्सलियों ने कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर हमला कर दिया था। इस हमले में प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार पटेल और अन्य वरिष्ठ नेताओं समेत 32 लोगों की मृत्यु हो गई थी।
घटना एक राजनीतिक आपराधिक षड़यंत्र
बघेल ने बुधवार को जिला मुख्यालय जगदलपुर स्थित लालबाग मैदान में झीरम घाटी शहीद स्मारक का लोकार्पण किया और इस हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने जान गंवाने वालों की याद में लगभग 100 फुट ऊंचा तिरंगा भी फहराया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा, '' झीरम घाटी हमले में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार पटेल, महेंद्र कर्मा और कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं समेत सुरक्षाबल के जवानों की शहादत हुई। इन नौ वर्षों में हमने भरसक कोशिश की कि इस घटना के सही तथ्य सामने आए। सब जानते हैं कि घटना एक राजनीतिक आपराधिक षड़यंत्र था।
एनआईए की जांच भी संतोषजनक नहीं
इस षड़यंत्र को उजागर करने के लिए हम लोगों ने अनेक कोशिशें की। लेकिन लोग अड़ंगा लगाते रहे।'' उन्होंने कहा, ‘‘ इस घटना के संबंध में एनआईए की जांच भी संतोषजनक नहीं है। जब हमने मामले की पुलिस जांच शुरू की और मामला वापस मांगा(एनआईए से) तो केन्द्र की भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार ने इससे इनकार कर दिया। नयी पुलिस जांच के खिलाफ एनआईए ने उच्च न्यायालय का रुख किया।'' मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा,‘‘ झीरम घाटी की हृदय विदारक घटना के शहीदों को मैं नमन करता हूं। शहीदों को नमन करते हुए झीरम घाटी शहीद स्मारक का अनावरण कर रहा हूं।''