Edited By Parveen Kumar,Updated: 14 Sep, 2024 09:06 PM
आजकल साइबर अपराध की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं, जिसमें ठग मिनटों में हजारों किलोमीटर दूर से कॉल करके लोगों के बैंक खातों को साफ कर देते हैं। स्पैम कॉल्स और वर्चुअल गिरफ्तारी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए, रिलायंस जियो ने अपने ग्राहकों के लिए एक...
नेशनल डेस्क : आजकल साइबर अपराध की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं, जिसमें ठग मिनटों में हजारों किलोमीटर दूर से कॉल करके लोगों के बैंक खातों को साफ कर देते हैं। स्पैम कॉल्स और वर्चुअल गिरफ्तारी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए, रिलायंस जियो ने अपने ग्राहकों के लिए एक महत्वपूर्ण अलर्ट जारी किया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जियो ने अपने उपयोगकर्ताओं को सतर्क रहने की सलाह दी है, खासकर उन कॉल्स और मैसेजेज के बारे में जो +92 कोड से आते हैं। +92 कोड पाकिस्तान का अंतर्राष्ट्रीय कोड है, और इससे आने वाली कॉल्स और मैसेजेज को लेकर जियो ने अपने ग्राहकों को सावधानी बरतने के लिए कहा है। यह कदम साइबर सुरक्षा को बढ़ावा देने और संभावित ठगी के मामलों को रोकने के लिए उठाया गया है।
इस नंबर पर दें सूचना
जियो ने अपने ग्राहकों को सलाह दी है कि अगर उन्हें +92 कोड से कॉल या मैसेज आते हैं, तो उसे तुरंत रिसीव करने से पहले एक बार सोच लें। अगर आपको ऐसा कॉल या मैसेज मिलता है, तो उसे 1930 पर रिपोर्ट करें और साथ ही cybercrime.gov.in पर भी शिकायत दर्ज कराएं। जियो ने बताया कि विदेश में बैठे साइबर ठग अब सक्रिय हो गए हैं और लोगों को पुलिस अधिकारी या बैंक कर्मी बनकर कॉल करते हैं। इन ठगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। हाल ही में केरल में भी लोगों को वर्चुअल गिरफ्तारी के नाम पर डराया गया, और नकली सीबीआई अधिकारी बनकर कई ऑनलाइन धोखाधड़ी की घटनाएं की गईं हैं।
मशहूर संगीत निर्देशक जेरी अमल देव के साथ भी एक ठगी की कोशिश की गई थी। उनके पास एक कॉल आई जिसमें ठग ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया और कहा कि वे एक मामले में उनकी गिरफ्तारी कर सकते हैं। ठग ने देव से 1,70,000 रुपये अपने खाते में डालने को कहा। जब देव पैसे निकालने के लिए अपने बैंक गए, तो उन्हें पता चला कि यह कॉल एक ठगी थी। इस तरह उनके पैसे बच गए।