Edited By Monika Jamwal,Updated: 28 May, 2018 04:29 PM
निपाह वायरस का डर पूरे भारत में फैला हुआ है पर लगता है कि जम्मू कश्मीर सरकार इससे बेखबर है।
जम्मू: निपाह वायरस का डर पूरे भारत में फैला हुआ है पर लगता है कि जम्मू कश्मीर सरकार इससे बेखबर है। जहां पड़ोसी राज्य हिमाचल ने अपने पूरे राज्य में लोगों के लिए वायरस को लेकर एडवाइजरी कर दी है वहीं जम्मू कश्मीर सरकार के हैल्थ मंत्रालय और विभाग की तरफ से ऐसा कुछ नहीं किया गया है। हैरानगी की बात है कि इस खतरनाक वायरस के बारे में लोगों को पूरी तरह से पता ही नहीं है। चिंता की बात यह भी है कि अगर इसकी दस्तक राज्य में होती है तो विभाग इसे लेकर तैयार नहीं है।
जानकारी के अनुसार चमगादड़ों से फैल रहा यह वायरस बहुत ही घातक है। इसकी कोई दवाई नहीं है। चमगादड़ों द्वारा खाये हुए फल, चमगादड़ों की चपेट में आए किसान या फिर जो लोग सूअर का मांस खाते हैं या उनके संपर्क में होते हैं, उनको इसस ज्यादा खतरा हो सकता है। लोगों को सुअर या उनके पालकों या हैंडलरों से दूर रहना चाहिए। कच्चे फल नहीं खाने चाहिए।
अनदेखा विभाग
सूत्रों के अनुसार विभाग और स्वास्थ्य निदेशालयों ने लोगों को जागरूक क्या करना है जबकि वे खुद भी इससे जागरूक नहीं है। किसी भी मीटिंग में अभी तक इस संदर्भ में कोई चर्चा नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि हमे तैयार रहना चाहिए। हिमचाल सरकार ने एडवाइजरी जारी की है और हमे भी करनी चाहिए पर ऐसा हो नहीं रहा है। अपनी खींझ निकालते हुए सूत्र ने कहा, पता नहीं हम कब जागेंगे। शायद हम आपदा का इंतजार कर रहे हैं। मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि हम पहले से तैयारी क्यों नहीं कर रहे हैं।
लक्षण
अचानक से बुखार आना, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द और उल्टी इसके शुरूआती लक्षण हैं।
बचाव
इस वायरस का ईलाज अभी तक खोजा नहीं गया है। बचाव ही इसका ईलाज है। इसके मीरज को इंटेसिव केयर में रखा जाता है।