Edited By Yaspal,Updated: 10 Jul, 2021 11:02 PM
अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) की आंतरिक कलह उस समय एक बार फिर से सामने आ गयी जब संयुक्त सचिव अतनु लाहिड़ी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर सचिव भरत सिंह चौहान पर ‘डेटा चोरी, भ्रष्टाचार और
नेशनल डेस्कः अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) की आंतरिक कलह उस समय एक बार फिर से सामने आ गयी जब संयुक्त सचिव अतनु लाहिड़ी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर सचिव भरत सिंह चौहान पर ‘डेटा चोरी, भ्रष्टाचार और धन के दुरुपयोग' का आरोप लगाया।
लाहिड़ी ने यह कदम एआईसीएफ सचिव के बंगाल में शीर्ष निकाय के रूप में ‘सारा बांग्ला डाबा संगठन (एसबीडीएस)' को आधिकारिक मान्यता देने पर उठाया है। पूर्व अंतरराष्ट्रीय मास्टर लाहिड़ी बंगाल शतरंज संघ का समर्थन करते है।
चौहान ने आरोपों पर पलटवार करते हुए शनिवार को कहा, ‘‘ लाहिड़ी का प्रतिशोध ऐसे समय में आया है जब उन्हें उनकी जालसाजी और भारतीय खेल प्राधिकरण से धन की वसूली के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।'' एसबीडीएस को शहर के ग्रैंडमास्टर दिब्येंदु बरुआ का समर्थन प्राप्त है, जिनके साथ लाहिड़ी का 2019 से विवाद है। इस अनुभवी जीएम ने लाहिड़ी पर ‘धन की हेराफेरी' सहित विभिन्न आरोप लगाए थे।
प्रधानमंत्री को लिखे अपने पांच पन्नों के पत्र में, लाहिड़ी ने आरोप लगाया है कि चौहान ने ‘ महासंघ के सभी डेटा और गोपनीय जानकारी' को साझा करने के लिए ‘थॉट रूट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड' के साथ एक ‘गुप्त समझौते' पर हस्ताक्षर किया है। चौहान ने कहा, ‘‘ लाहिड़ी यह सब इस लिए कर रहे हैं क्योंकि हमने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है और वह एआईसीएफ को 7.5 लाख रुपये का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी हैं।''