Edited By vasudha,Updated: 23 Jul, 2020 09:44 AM
गाजियाबाद में बदमाशों की गुंडागर्दी का शिकार हुए पत्रकार विक्रम जोशी ने बुधवार को दम तोड़ दिया। पत्रकार की मौत ने पूरे परिवार को छकछोर कर रख दिया है। इस सदमे से बाहर निकल पाना आसान नहीं है। हालांकि विक्रम ने जाते जाते अपनी 9 साल की बेटी को परिवार को...
नेशनल डेस्क: गाजियाबाद में बदमाशों की गुंडागर्दी का शिकार हुए पत्रकार विक्रम जोशी ने बुधवार को दम तोड़ दिया। पत्रकार की मौत ने पूरे परिवार को छकछोर कर रख दिया है। इस सदमे से बाहर निकल पाना आसान नहीं है। हालांकि विक्रम ने जाते जाते अपनी 9 साल की बेटी को परिवार को ध्यान रखने को कहा था।
पत्रकार की बड़ी बेटी ने रोते रोत उस काली रात का जिक्र किया। बच्ची ने बताया कि किसी तरह बदमाशों ने उसके पिता पर हमला किया। विक्रम को जब अस्पताल लेकर गए तो उन्होंने अपनी बेटी से कहा कि 'बड़े होकर सफल महिला बनना और अपनी मां व बहन को कभी मत छोड़ना...' यह उनके आखिरी शब्द थे। इसके कुछ देर बाद ही उनकी मौत हो गई।
क्या है मामला
जोशी को सोमवार रात करीब साढ़े 10 बजे उस समय सिर में गोली मारी गई थी जब वह अपनी दो बेटियों के साथ एक दोपहिया वाहन पर सवार होकर विजय नगर इलाके में स्थित अपने घर लौट रहे थे। सोशल मीडिया पर सामने आई सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि जब हथियारबंद लोगों के समूह ने जोशी को रोका तो उनकी बाइक मुड़कर गिर गयी। इसके बाद उन पर हमला किया गया।
वीडियो में दिख रहा है कि जोशी की बेटियां कुछ दूर तक भागीं, वहीं हमलावरों ने जोशी को पकड़ लिया और उन्हें पीटना शुरू कर दिया। फिर उनमें से एक व्यक्ति ने अचानक गोली चलाई और जोशी जमीन पर गिर गए। सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक इसके बाद आरोपी वहां से भाग गए। जोशी की बड़ी बेटी भागकर अपने पिता के पास आई और उनके पास बैठकर मदद के लिए गुहार लगाने लगी। इसके बाद जोशी को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। उनके परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटियां और मां हैं।